नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी नेता संजय सिंह तिहाड़ जेल से जमानत पर रिहा हुए। सुप्रीम कोर्ट ने कल उन्हें दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति मामले में जमानत दी थी। संजय सिंह तिहाड़ जेल से रिहा होने पर लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि यह वक्त जश्न मनाने का नहीं है। यह वक्त संघर्ष करने का है। हमारी पार्टी के सबसे बड़े नेता अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को जेल में रखा गया है, हमें पूरा भरोसा है कि इस जेल के ताले टूटेंगे और अरविंद केजरीवाल छूटेंगे।
लोगों को संबोधित करने के बाद संजय सिंह ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल से मुख्यमंत्री आवास पर मुलाकात की। इसके बाद संजय सिंह पार्टी कार्यालय पहुंचे जहां उन्होंने कहा कि मैं बताना चाहता हूं यह आम आदमी पार्टी है, यह आंदोलन की कोख से जन्मी है, यह किसी से डरने वाली नहीं है। अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को जेल भेज दिया गया, क्यों? उनका गुनाह क्या है? उनका गुनाह यह है कि वे दिल्ली के 2 करोड़ जनता को अच्छी शिक्षा देना चाहते हैं, बुजुर्गों को तीर्थ भेजना चाहते हैं, मुफ्त पानी देना चाहते हैं। आप कान खोलकर सुन लें आम आदमी पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता, एक-एक नेता, एक-एक मंत्री और विधायक अपने नेता अरविंद केजरीवाल के साथ खड़ा है, दिल्ली के मुख्यमंत्री के साथ खड़ा है। संजय सिंह ने कहा कि क्या कह रहे हैं भाजपाई? भाजपाई कह रहे हैं कि केजरीवाल इस्तीफा क्यों नहीं देते? ये केजरीवाल का इस्तीफा नहीं मांग रहे हैं, ये कह रहे हैं कि केजरीवाल 2 करोड़ जनता का मुफ्त पानी क्यों नहीं बंद करते, मुफ्त बिजली क्यों नहीं बंद करते, मोहल्ला क्लिनिक क्यों नहीं बंद करते? भाजपाइयों से हमारा कार्यकर्ता डरने वाला नहीं है। आप लाठी चलाओगे न? आपके पास जितनी मजबूत लाठी है उससे ज्यादा मजबूत हमारे कंधे हैं, उससे मजबूत आम आदमी पार्टी के एक-एक कार्यकर्ता का जज़्बा है।
संजय के माता पिता जताई खुशी
आम आदमी पार्टी नेता संजय सिंह के तिहाड़ जेल से रिहा होने पर उनकी मां राधिका सिंह और पिता दिनेश सिंह ने भी खुशी का इजहार किया है। संजय की माँ में कहा कि हम बहुत खुश हैं, आज 6 महीने बाद हमारा बेटा घर वापस आया है। इस खुशी को हम कैसे जाहिर करें ये तो भगवान जानता है। हम दिल से खुश हैं। संजय सिंह के पिता दिनेश सिंह ने कहा मैं, मेरा परिवार, पार्टी और सभी कार्यकर्ता और इसे एक विशेष क्षण के रूप में देख रहे हैं।