मेरठ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर की सौगात दी है। गुजरात के अहमदाबाद में हुए आयोजन में वह मौजूद थे। यहां से उन्होंने वर्चुअली ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का लोकार्पण कर दिया। कॉरिडोर के सभी स्टेशनों पर सांस्कृतिक समारोहों का आयोजन भी किया गया है।
लुधियाना से कोलकाता तक 1839 ज्ञड लंबा ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (रेलवे ट्रैक) यूपी के 15 शहरों से होकर गुजर रहा है। इसमें मेरठ में न्यू परतापुर स्टेशन भी शामिल है। यहां सांसद राजेंद्र अग्रवाल मौजूद रहे। कार्यक्रम का लाइव प्रसारण किया गया। इस कॉरिडोर पर केवल मालगाडियां चलेंगी। रेल गलियारे के शुरू होने के बाद पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के उद्यमियों, किसानों, व्यापारियों को बड़ा फायदा होगा। वो अपने प्रोडक्ट एक से दूसरे शहर-राज्य में मालगाड़ियों के जरिए आसानी से पहुंचा सकेंगे। इस गलियारे का एक बड़ा हिस्सा उत्तर प्रदेश के 15 शहरों से 1076 किलोमीटर की दूरी तय करता हुआ गुजरेगा। वेस्ट यूपी में ये कॉरिडोर मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेस-वे और मेरठ-बुलंदशहर हाईवे के ऊपर से होकर गुजर रहा है।
खुर्जा में जुड़े दोनों कॉरिडोर
वेस्ट यूपी के जिला बुलंदशहर स्थित खुर्जा से पंजाब के साहनेवाल तक सिंगल लेन रेल पटरी बिछाई गई है। इसकी दूरी 447 किमी है। यूपी में ये रेलवे लाइन सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, मेरठ, हापुड़, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस, बरहान, टूंडला, इटावा, फिरोजाबाद, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, चंदौली से होकर गुजरेगी और बिहार में प्रवेश कर जाएगी।
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