गाजियाबाद। रियल एस्टेट की फर्जी फर्मों पर राज्यकर विभाग ने 1.25 करोड़ की जीएसटी चोरी पकड़ी है। राज्यकर विभाग ने एक फर्म से 76.78 लाख और दूसरी से 48 लाख रुपये जमा कराए हैं। अधिकारियों ने 10.74 लाख रुपये की आईटीसी को भी ब्लॉक कराया है।
राज्यकर विभाग के जोन-दो के अपर आयुक्त ग्रेड-1 दिनेश कुमार मिश्रा ने बताया कि हर महीने व्यापारियों की ओर से दाखिल रिटर्न, जारी किए गए ईवे बिल समेत अन्य दस्तावेजों की जांच कराई गई है। इसमें खंड-16 के इंदिरापुरम स्थित फर्म के डाटा का विश्लेषण उपायुक्त मुकेश कुमार सिंह ने और खंड-13 में पंजीकृत फर्म के डाटा का विश्लेषण उपायुक्त सपना गुप्ता ने किया। रियल एस्टेट और कांट्रेक्ट का काम करने वाली इन दोनों फर्मों के डाटा में पाया गया कि दिल्ली की बोगस फर्मों से खरीद दर्शाते हुए उन्होंने फर्जीवाड़ा करके आईटीसी क्लेम ले लिया। 1.25 करोड़ रुपये जीएसटी के रूप में सरकार को चुकाने की बजाय उन्होंने क्लेम ले लिया।
नहीं हो पाएगा फर्म का इस्तेमाल
इन फर्मों को राज्यकर विभाग की आरे से नोटिस भेजे गए। इसके बाद इंदिरापुरम की फर्म ने 76.78 लाख रुपये और दूसरी फर्म ने 48 लाख रुपये जमा करा दिए हैं। इंदिरापुरम की फर्म के खाते में दर्शायी गई 10.74 लाख की आईटीसी को भी ब्लॉक कर दिया गया। अब यह फर्म इसका इस्तेमाल नहीं कर सकेगी।