गाजियाबाद। जिले में थाना साइबर क्राइम पुलिस ने शेयर ट्रेडिंग के नाम पर ठगी करने वाले चार साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार साइबर ठगों के पास पुलिस ने 14.98 लाख रुपए,एक लैपटॉप, तीन डेस्कटॉप कम्प्यूटर, आठ मोबाइल फोन, चार पीओएस मशीन, तेरह विभिन्न फर्म की मोहरें, उन्नीस बैंक चैकबुक, छह बैंक पासबुक, छज एटीएम कार्ड, तीन फर्म के बैनर/फ्लैक्स बरामद किए हैं। पुलिस की पूछताछ में बता चला है कि इन साइबर ठगों द्वारा कई राज्यों में ठगी की घटनाओं को अंजाम दिया गया है।
पुलिस ने बताया कि 12 जनवरी को जे 16 सृजन बिहार न्याय खण्ड-2 के रहने वाले पीयूष वर्मा नाम के एक व्यक्ति से 4600700 रुपए की विभिन्न खातों में शेयर ट्रेडिंग के नाम पर ट्रांसफर कराकर ठगी की की घटना हुई थी। पीयूष वर्मा की शिकायत के आधार पर साइबर थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके चार साइबर ठगों को गिरफ्तार कर पीयूष वर्मा के कुल 14.98 लाख रूपये रिकवर कर लिए। पीयूष वर्मा ने पुलिस को बताया था कि साइबर ठगों ने उन्हें व्हाट्सएप ग्रुप “ए एक्स 68 पोर्टफोलियों इन्वेस्टमेंट“ से जोड़ा गया और उस ग्रुप के एक लिंक द्वारा टेलीग्राम अकाउंट से जोड़ा। इन ग्रुपों के माध्यम से शेयर ट्रेडिंग के बारे में टिप्स दिए जाने लगे। पीयूष ने बताया था कि इन व्हाटसएप ग्रुपों पर साइबर ठगों ने अपने प्लेटफार्म पर शेयर ट्रेडिंग करने का प्रलोभन यह कहते हुए दिया था है कि उनके प्लेटफार्म पर शेयर ट्रेडिंग करने पर ये लोग विभिन्न कम्पनियों के आईपीओ अपने कस्टमर / यूजर को इच्छित संख्या में आवंटित करा देते हैं। इससे पीड़ित को इन साइबर ठगों पर विश्वास हो और पीयूष से ठगी हो गई।
ये शातिर पकड़े गए
जिसके बाद पुलिस ने तफ्तीश करते हुए तफ्तीश साइबर ठग गणेश कुमार धोबी निवासी राजस्थान थाना घाड़ जिला टोक के गांव देवडावास, दशरथ सैनी, राजस्थान केकड़ी थाना, मंगोलपुरी दिल्ली के रहने वाले किशन कुमार और एटा जिले के जस्थरा थाना क्षेत्र के रहने वाले सुरजीत को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की पूछताछ में गिरफ्तार साइबर ठगों ने बताया कि उनके द्वारा देश में कुल 48567415 रुपए का फ्राड इनके द्वारा किया गया है।