गाजियाबाद। दुकान में हुई 22 लाख की चोरी की वारदात का पुलिस ने बेहद हैरतंगेज खुलासा किया है। वजह है कि चोरी करोड़ों की हुई थी लेकिन दुकान मालिक ने उसे लाखों का लिखाया। वजह चाहें जो भी हो लेकिन पुलिस ने जब इस मामले का पटाक्षेप किया तो खुद व्यापारी भी खामोशी साध गया।
दरअसल, क्रॉसिंग रिपब्लिक में एक दुकान में हुई चोरी के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इसमें दुकान पर काम करने वाला अतुल पाण्डेय, उसका दामाद बंटी और साथी सुनील शामिल हैं। सात फरवरी को तीनों ने घटना को अंजाम दिया था। वारदात के बाद चोरी के 1.97 करोड़ रुपये मुरादनगर में रहने वाले नितिन के घर रखे गए थे।
10 दिन बाद लिखाया केस
व्यापारी संजीव जैन ने इस मामले में 10 दिन बाद केस दर्ज कराया था। इसमें बताया था कि 22 लाख रुपये समेत जेवरात चोरी गए हैं। बाद में पुलिस ने जांच की तो आरोपीगण पकड़े गए। रकम बरामद हुई तो पुलिस भी हैरत में पड़ गई। क्योंकि रकम करोड़ों में थी।
नकली चाबी बनवाकर की वारदात
अरुण पांडे ने वारदात को अंजाम दिलाने के लिए शॉप में लगे लॉक की डुप्लीकेट चाबी तैयार कराई थी, जिसे उसने बंटी को दे दिया था। चोरी की वारदात के बाद आरोपी शॉप को खुली छोड़ गए। उसमें 12 लाख रुपये का एक बैग भी रह गया। दो दिन बाद जब गार्ड ने शॉप खुली देखी तो पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने मौके पर जाकर 12 लाख रुपये अपने कब्जे में लिए। इसके बाद रकम के मालिक की तलाश में जुटी थी। 18 फरवरी को रॉ मैटीरियल कारोबारी संजीव जैन ने इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कराई। तब पुलिस ने उनको बताया कि 12 लाख रुपये दुकान में पहले मिल चुके हैं।
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