गाजियाबाद। मोदीनगर, बागपत व बिजनौर लोकसभा क्षेत्र से रालोद ने डॉ. राजकुमार सांगवान को प्रत्याशी बनाया है। एनडीए में शामिल होने के एक दिन बाद ही पार्टी ने उन पर भरोसा जताया है।
डॉ.राजकुमार सांगवान लगभग चार दशक से पार्टी की सेवा कर रहें है। रालोद की सपा से कड़वाहट के बाद भाजपा के साथ जाने की सुगबुगाहट शुरू होते ही बागपत लोकसभा का टिकट पाने के लिए तमाम नेता जोर आजमाइश में लग गए थे। डा.राजकुमार ने सबकों पछाड़ते हुए अपना टिकट पक्का किया। डॉ.राजकुमार सांगवान पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के समय से पार्टी के साथ जुड़े हुए है। वह अब तीसरी पीढ़ी जयंत चौधरी के साथ काम कर रहें है। पार्टी ने अपने भरोसेमंद नेता राजकुमार सांगवान टिकट की घोषणा कर कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ा दिया। वर्ष 2022 में हुए विधानसभा चुनावों में डॉ.राजकुमार सांगवान सिवाल विधानसभा से टिकट के प्रबल दावेदार माने जा रहे थे। मगर समाजवादी पार्टी की शर्तों में सिवाल से रालोद के सिंबल पर सपा नेता गुलाम मोहम्मद को टिकट थमा दिया गया। इससे पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं में मायूसी छा गई थी। कई नेताओं ने पार्टी के इस निर्णय पर असंतोष भी व्यक्त किया था। मगर रालोद ने अब अपनी परंपरागत सीट से डॉ.राजकुमार सांगवान के नाम की घोषणा कर पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को साध दिया है।
चौधरी साहब के साथ शुरू की थी राजनीति
जनपद मेरठ के परतापुर थाना क्षेत्र स्थित गांव उपलहैड़ा निवासी राजकुमार सांगवान ने छात्र जीवन से ही राजनीति में कदम रख दिया था। उन्होंने छात्र राजनीति में लंबी लकीर खींची। राजकुमार सांगवान चौ.चरण सिंह विवि छात्र संघ के अध्यक्ष रहें। उन्होने अपनी सक्रिए राजनीति चौधरी चरण सिंह के साथ शुरू की।मेरठ कॉलेज से एमए करने वाले राजकुमार सांगवान ने इतिहास में पीएचडी की है। राजकुमार सांगवान ने विवाह नहीं किया है। वर्तमान में वह रालोद के राष्ट्रीय सचिव हैं। 61 वर्षीय राजकुमार सांगवान एक साल पहले ही मेरठ कॉलेज में इतिहास विभाग के प्रोफेसर पद से रिटायर्ड हुए हैं।
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