अमृत काल में सभी युवा देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे : मोदी

वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ संत गुरु रविदास की 647वीं जयंती समारोह में शामिल हुए। इस दौरान प्रधानमंत्री ने आज वाराणसी में संत रविदास की प्रतिमा का अनावरण किया। इससे पहले प्रधानमंत्री बीएचयू में छात्रों के बीच गए। यहां उन्होंने सांसद संस्कृत प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार दिए और उन्हें संबोधित भी किया।

बीएचयू में प्रधानमंत्री ने कहा कि जिस काशी को समय से भी प्राचीन कहा जाता है, जिसकी पहचान को युवा पीढ़ी जिम्मेदारी से सशक्त कर रही है। ये दृश्य हृदय में संतोष भी देता है, गौरव की अनुभूति भी कराता है और यह विश्वास भी दिलाता है कि अमृत काल में सभी युवा देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।पिछले 10 वर्षों में काशी में विकास के जो कार्य हुए हैं और काशी के बारे में संपूर्ण जानकारी पर आज यहां दो बुक भी लांच की गई है। पिछले 10 वर्ष में काशी ने विकास की जो यात्रा तय की है, उसके हर पड़ाव और यहां की संस्कृति का वर्णन इन बुक में भी किया गया है। कहा कि यहां का सांसद होने के नाते, काशी का जनप्रतिनिधि होने के नाते मेरी विशेष जिम्मेदारी भी बनती है कि मैं बनारस में आप सबका स्वागत भी करूं और आप सबकी सुविधाओं का खास खयाल भी रखूं। मुझे खुशी है कि संत रविदास जी की जयंती पर मुझे इन दायित्वों को पूरा करने का अवसर मिला है। भारत का इतिहास रहा है, जब भी देश को जरूरत हुई है, कोई न कोई संत, ऋषि, महान विभूति भारत में जन्म लेते हैं। संत रविदास जी तो उस भ​क्ति आंदोलन के महान संत थे, जिन्होंने कमजोर और विभाजित हो चुके भारत को नई ऊर्जा दी थी। रविदास जी ने समाज को आजादी का महत्व भी बताया था और सामाजिक विभाजन को भी पाटने का काम किया। ऊंच नीच, छुआछूत, भेदभाव। इस सबके खिलाफ उन्होंने आवाज उठाई।

काशी की आभा बुलंद हो रही
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज काशी की धरती पर संत गुरु रविदास की 647वीं जयंती के कार्यक्रम के आयोजन पर प्रधानमंत्री मोदी का आगमन हुआ है। मैं इस अवसर पर उनका स्वागत करता हूं। अभी प्रधानमंत्री के करकमलों से संत गुरु रविदास जी की प्रतीमा का अनावरण हुआ है। मैं रविदास के सभी भक्तों और अनुयायियों को इस अवसर पर बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि अयोध्या धाम के साथ ही संयुक्त अरब अमीरात में पहला हिंदु मंदिर बना है। अब काशी की आभा वैश्विक मंच पर किस रूप में सांस्कृतिक रूप से बुलंद हो रही है, संयुक्त अरब अमीरात में बना हुआ मंदिर भी इसका एक नया उदाहरण है।

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