लखनऊ। उत्तर प्रदेश में सपा-कांग्रेस गठबंधन हो गया है। सपा मुखिया अखिलेश यादव व राहुल गांधी के बीच हुए करार में कांग्रेस 17 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी। जबकि बाकी 63 सीटों पर सपा चुनाव लड़ेगी। इनमें सपा कुछ छोटे दलों को भी सीट दे सकती है।
कांग्रेस के यूपी प्रभारी अविनाश पांडेय, प्रदेश अध्यक्ष अजय राय और सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल और प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस समझौते का ऐलान किया। यूपी में 7 साल बाद कांग्रेस और सपा दोबारा एक साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे। सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने कहा हम सपा-कांग्रेस के समझौते की घोषणा करने आए हैं। इस गठबंधन को लेकर देश बहुत समय से उम्मीद लगाए बैठा था। सपा प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा-लखनऊ में हम आपसे बात कर रहे हैं, लेकिन भारत को बचाने का संदेश पूरे देश में जा रहा है। अखिलेश यादव ने बार-बार कहा है कि 2014 में यूपी से ही भाजपा आई थी और 2024 में यहीं से भाजपा सत्ता से बाहर जाएगी। हम इस संदेश को लेकर आए हैं कि देश के हालात बहुत खराब हैं। किसान, युवा सड़कों पर है, समाज भाजपा की कुनीतियों का शिकार हो रहा है।
इन सीटों पर लड़ेगी कांग्रेस
सपा ने कांग्रेस को अमेठी, रायबरेली, प्रयागराज, वाराणसी, महाराजगंज, देवरिया, बांसगांव, सीतापुर, अमरोहा, बुलंदशहर, गाजियाबाद, कानपुर, झांसी, बाराबंकी, फतेहपुर सिकरी, सहारनपुर और मथुरा सीटें दी हैं। कांग्रेस ऐसी सीटें चाहती थी, जिस पर उसके जीत की संभावना हो।