सीतापुर। बेटे ने मां की तेरहवीं के दिन को अपने बुजुर्ग पिता की हत्या कर दी। उसको यह डर सता रहा था कि मां की मौत के बाद कहीं पिता अपनी 18 बीघा जमीन बहन के नाम न कर दें। इसी के चलते उसने बांके से पिता का गला काट दिया। हत्या के बाद वह अपनी पत्नी के साथ घर छोड़कर भाग गया। पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है।
पड़ोसियों को जब इस बात का पता चला, तो उन्होंने गांव वालों को बताया। इसके बाद मौके पर लोगों की भीड़ लग गई और पुलिस को बुलाया गया। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। मौके पर फोरेंसिक टीम ने भी जांच-पड़ताल कर साक्ष्य जुटाए हैं। वारदात महमूदाबाद कोतवाली क्षेत्र की है। सायपुर गांव में 65 साल के अवध राम यादव अपनी पत्नी किरन देवी (62) के साथ रहते थे। किरन देवी की 13 दिन पहले बीमारी के चलते मौत हो गई थी। अवध राम और उनके बेटे सजीवन ने मां का अंतिम संस्कार कर दिया था। उसके बाद आज यानी गुरुवार को उनकी तेरहवीं होनी थी। इसके लिए घर पर अवधराम यादव की बेटी नीतू समेत अन्य रिश्तेदार भी आए हुए थे।
लकड़ी काटने के बहाने गया था भाई
बेटी नीतू ने बताया, गुरुवार सुबह करीब साढ़े 9 बजे मेरे पिता खेत की तरफ गए थे। उनके पीछे पीछे मेरा भाई सजीवन लकड़ी काटने के बहाने हाथ में बांका लेकर गया था। पिता खेत देखकर घर लौट रहे थे। तभी भाई ने चकरोड पर सुनसान जगह पर अचानक पिता के गले पर बांके से ताबड़तोड़ कई वार कर दिए। इससे उनकी मौत हो गई।
बहन की तहरीर पर केस दर्ज
सीओ दिनेश कुमार शुक्ला ने बताया कि आज सुबह हत्याकांड की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। नीतू ने अपने सगे भाई सजीवन के खिलाफ पिता की हत्या की तहरीर दी है। जिसके आधार पर केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस आरोपी सजीवन की तलाश कर रही है। उसके नंबर को भी सर्विलांस पर लगाया गया है, लेकिन उसने फोन बंद कर रखा है। उसके अलावा उसके संभावित ठिकानों पर तलाश की जा रही है।
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