गाजियाबाद। युवक से रकम ऐंठने के लिए साजिश के तहत विवाहिता ने उससे शादी कर ली। मामला खुला तो समझौते के नाम पर 50 लाख की डिमांड रख दी। इतना ही नहीं फर्जी मुकदमे में ससुरालियों को फंसाने की धमकी भी दी गई। इस साजिश से तंग ससुर ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। मामले में पुसि ने विवाहिता समेत चार के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
मोदीनगर निवासी नितिश शर्मा ने बताया कि जनवरी 2023 में उनकी शादी साहिबाबाद के लाजपतनगर निवासी डोली के साथ हुई थी। आरोप है कि शादी के बाद से ही डोली ससुराल वालों के साथ दुर्व्यवहार करने लगी। शादी के सप्ताहभर बाद डोली ने साहिबाबाद निवासी प्रमोद डबास के पास नौकरी करने का दबाव बनाया। ससुराल वालों के इंकार करने के बावजूद डोली प्रमोद डबास के यहां नौकरी पर जाने लगी। इस बात को लेकर विवाद बढ़ा तो डोली ने प्रमोद डबास को अपना पति बताया। छानबीन में नितिश शर्मा को डोली और प्रमोद डबास के शादी के साक्ष्य मिले। पहली शादी का पता लगने पर नितिश शर्मा और उसके परिजनों ने ऐतराज जताया। आरोप है कि इस पर प्रमोद डबास और उसके साथियों ने नितिश को पीटकर घायल कर दिया। समझौते के नाम पर डोली ने पचास लांख रुपये की मांग की। रकम नहीं देने पर डोली ने नितिश और उसके परिजनों को झूठे मुकदमे में जेल भिजवाने की धमकी दी। पुत्रवधु के उत्पीड़न से त्रस्त होकर ससुर बृजमोहन शर्मा ने अक्टूबर 2023 में जहरीले पदार्थ का सेवन कर खुदकुशी कर ली।
साक्ष्य के बाद भी नहीं लिखा केस
नितिश का आरोप है कि सभी साक्ष्य होने के बावजूद थाना पुलिस ने घटना की रिपोर्ट दर्ज नहीं की। कई महीने थाने के चक्कर काटने के बाद नितिश शर्मा ने पुलिस कमिश्नर से मामले की शिकायत की। एसीपी ज्ञानप्रकाश राय ने बताया कि तहरीर के आधार पर डोली पुत्री शैलेन्द्र शर्मा, प्रमोद डबास पुत्र गजे सिंह निवासी अर्थला साहिबाबाद,अभिषेक और आलोक के खिलाफ आत्महत्या को उकसाने और रंगदारी मांगने सहित अलग-अलग धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।