गाजियाबाद : चार छात्र यमुना में डूबे तीन के शव बरामद, एक लापता

गाजियाबाद। यमुना नदी में नहाने गए ट्रोनिका सिटी थाना क्षेत्र के रहने वाले चार छात्र डूब गए। जिसमें स्थानीय लोगों की मदद से गोताखोरों ने तीन छात्रों के शव बरामद कर लिए हैं जबकि चौथे युवक की तलाश में रेस्क्यू जारी है। तीन छात्रों की मौत के बाद से परिवारों में कोहराम मच गया है। वहीं पुलिस ने बताया कि इन चारों छात्रों का 22 फरवरी से एग्जाम शुरू होने वाला था। इससे पहले यह चार छात्र मौज मस्ती करते हुए यमुना में स्नान करने गए थे।

पुलिस ने बताया कि ट्रॉनिका सिटी थाना क्षेत्र के राम पार्क कॉलोनी के रहने वाले 16 वर्षीय आदित्य रावत ल,17 वर्षीय शिवम यादव, 16 वर्षीय रमन सिंह और उदय आर्य दिल्ली के चौहान पट्टी इलाके में यमुना नदी में नहाने गए थे। इसी दौरान चारों छात्र डूब गए। चारों छात्रों के डूबने की जानकारी वहां मौजूद अन्य लोगों ने स्थानीय पुलिस और गोताखोरों को दी। जब तक पुलिस और गोताखोर मौके पर पहुंचे तब तक चारों पूरी तरह से यमुना नदी में डूब चुके थे। काफी रेस्क्यू के बाद आदित्य रावत, शिवम यादव और रमन के शव को यमुना नदी से बरामद कर लिया। जबकि उदय लापता है जिसकी तलाश में रेस्क्यू जारी है। आदित्य शिवम और रमन की डूबने से हुई मौत से परिवारों में कोहराम मचा हुआ है। वहीं पुलिस ने तीनों शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज कर मामले में जांच पड़ताल शुरू कर दी है। मामले में एसीपी सूर्यबली मौर्य ने बताया कि घटनास्थल के आसपास नारे अन्य लोगों ने बताया कि यमुना में नहाने की योजना आदित्य नाम के छात्र ने बनाई थी। आदित्य के साथ उसके कई अन्य दोस्त भी यमुना नदी में नहाने के लिए आए थे, लेकिन यह चारों छात्र पहले नहाने उतर गए जिसकी वजह से यह डूब गए। उन्होंने बताया की ठोकर नंबर 8 पर छात्रों के कपड़े जूते और मोबाइल फोन पुलिस को मिले हैं। उन्होंने बताया कि घटनास्थल दिल्ली का होने की वजह से दिल्ली पुलिस ही पूरे मामले की जांच पड़ताल कर रही है। फिलहाल सभी छात्रों के परिजन घटनास्थल पर पहुंच गए हैं।

कल से होना थे एग्जाम
पुलिस जांच में पता चला है कि चारों छात्र कल 22 फरवरी को दसवीं का एग्जाम देने के लिए जाने वाले थे। एग्जाम से पहले यह सभी दोस्त आपस में मिलकर मौज मस्ती करने के लिए यमुना नदी में नहाने पहुंचे थे। जहां डूबने से तीन छात्रों की मौत हो गई। छात्रों की हुई मौत से उनके परिवार के सपने भी अधूरे रह गए। फिहलाल परिवारों में कोहराम मचा हुआ है।

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