गाजियाबाद। जिले की थाना सिहानीगेट पुलिस ने लूट की घटना को अंजाम देकर गलत तरीके से कागज तैयार कर मोटरसाइकिल बेचने वाले तीनों बदमाशों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने गिरफ्तार बदमाशों के पास से लूट गई मोटरसाइकिल, फर्जी दस्तावेज, मोबाइल फोन, दस्तावेज बनाने में प्रयुक्त एक लैपटाप, एक प्रिंटर भी बरामद किया है।
पुलिस ने बताया कि मुखबिर की सूचना व लोकल इनपुट के आधार पर थाना सिहानी गेट पर बाइक लूट के के मामले में पुलिस दोनों बदमाशों की तलाश में थी। इसी दौरान पुलिस चेकिंग कर रही थी तभी बदमाश करन पुत्र महेन्द्र कुमार, विशाल पुत्र सीताराम और जन सेवा केंद्र संचालक विकास को गिरफ्तार किया है। पुलिस की पूछताछ में गिरफ्तार बदमाश करन ने बताया कि कुछ दिन पहले में उसने अपने साथी मनी उर्फ मनीष के साथ नन्दग्राम कट के पास खड़ा था। तभी वहाँ दो लोग नशे में होनी की वजह से अपनी मोटरसाइकिल को बचाने के चक्कर में गिर गए। हम लोगों ने नशे का फायदा उठाकर उनकी अपाचे मोटरसाइकिल, एक मोबाइल व 22 सौ रूपये लूटे थे। जब उन लोगों ने विरोध किया तो हम लोगों ने उनके साथ मारपीट की और वहाँ से फरार हो गए। करन ने बताया कि उसने लूटे गए 2200 रुपए उसने मनी उर्फ मनीष को दे दिए थे। लूटी गई मोटरसाइकिल को मैंने अपनी मौसी के लड़के विशाल को 2000 रूपये में बेच दी थी। लूटी गई मोटरसाइकिल को बेचने के लिए विशाल ने अपने दोस्त विकास के माध्यम से मोटर साइकिल की आरसी के आधार पर फर्जी आधार कार्ड तैयार किया व उक्त मोटरसाइकिल को दूसरे को बेच दिया।
मौसेरा भाई भी शामिल
पुलिस की पूछताछ में करन ने बताया कि वह अपने मौसेरे के भाई विशाल के साथ मिलकर रूट की बाइक और मोबाइल लोगों को सस्ते दामों में बेचकर पैसा इकट्ठे करते थे जिससे वह अपना खर्च चलाते थे। करण और विशाल की शहर साथ में जन सेवा संचालक विकास भी उनके साथ देता था विकास पर्ची कागज तैयार करके मोटरसाइकिल एक काम करके पैसे कमाता था। विकास पर पहले भी कई फर्जी दस्तावेज तैयार करने के आरोप लगा चुके हैं।
लूट का माल भी बरामद
पुलिस ने गिरफ्तार करन विशाल और विकास से लूटी गई अपाचे मोटरसाइकिल, मोबाइल फोन घटना में इस्तेमाल तीन अन्य मोबाइल, लैपटॉप, प्रिंटर फर्जी आधार कार्ड बरामद किए हैं। पुलिस तीन बदमाशों से लगातार पूछताछ कर रही है।