किसानों के मार्च को लेकर दिल्ली में धारा 144 लागू

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा ने कॉन्फ्रेंस कर बताया किसानों के 13 फरवरी के दिल्ली मार्च के आह्वान को लेकर पूरी दिल्ली में धारा 144 लागू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि पूरी दिल्ली में हाई अलर्ट जारी किया गया है। ताकि किसी भी की तरह की कोई दिक्कत ना हो।

उत्तर पूर्वी दिल्ली के डीसीपी जॉय टिर्की ने बताया कि सोशल मीडिया से लेकर हम हर चीज को मॉनिटर कर रहे हैं। हम लोगों ने उत्तर पूर्वी दिल्ली में 11 तारीख से ही अपनी व्यवस्था शुरू कर दी थी। 1200 जवानों को लगाया गया है। अब तक जो जानकारी मिली है उसके अनुसार सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर थोड़ा दबाव रहेगा। उन्होंने ने यह भी बताया कि बड़ी सड़कों पर हमने प्रमुख इंतज़ाम किए हैं और छोटी सड़कों पर भी नजर बनाए हुए हैं। बॉर्डर पर हमने बहुपरतीय सुरक्षा और चेकिंग की व्यवस्था की है। दिल्ली मार्च के आह्वान को लेकर सिंघू बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। दिल्ली मार्च के आह्वान को लेकर दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि देश का कानून भी कहता है कि पुलिस की हिरासत में तो गवाह की गवाही भी नहीं मानी जाती और केंद्र सरकार पुलिस और फौज को खड़ा करके देश के अन्नदाता को कह रहे हैं कि हम खुले मन से बात करना चाहते हैं। एक समय था जब देश का प्रधानमंत्री कहता था, जय जवान जय किसान। किसान आज दिल्ली आकर अपनी बात कहना चाहते हैं तो दिल्ली के अंदर धारा 144 लगा दी गई है और बॉर्डर पर पुलिस फोर्स लगा दी गई है।

सरकार लोकतंत्र को खत्म करने की कोशिश कर रही
दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय ने कहा कि केंद्र सरकार के निर्देश पर हरियाणा सरकार किसानों को रोकने की कोशिश कर रही है। सड़कों पर कीलें ठोकी जा रही हैं, चारों तरफ बैरिकेडिंग करने की कोशिश की जा रही है। ऐसा तो ब्रिटिश शासन के दौरान भी नहीं हुआ था। यह सरकार लोकतंत्र को खत्म करने की कोशिश कर रही है।

जल्द सुलझेगा मुद्दा
किसानों के विरोध प्रदर्शन पर हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि किसान अन्नदाता है। इस देश के 140 करोड़ लोगों का पेट भरता है। केंद्र सरकार के तीन मंत्री दिल्ली से चंडीगढ़ आए हैं। पहले दौर की बातचीत हो चुकी है और दूसरे दौर की बातचीत भी होने जा रही है। मुझे उम्मीद है इस मुद्दे को जल्द ही सुलझा लिया जाएगा। हरियाणा के लोगों की सुरक्षा और राज्य में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए, हम जो भी आवश्यक होगा वह करेंगे।

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