गाजियाबाद। राजनगर एक्सटेंशन स्थित केडीपी ग्रांड सवाना सोसाइटी में स्ट्रीट डॉग्स को लेकर चल रहा विवाद दिनोंदिन तूल पकड़ रहा है। डॉग अटैक की घटना के बाद नगर निगम ने जिन स्ट्रीट डॉग्स को नसबंदी के लिए पकड़ा था, उन्हें नसबंदी के बाद पुनः उसी सोसाइटी में छोड़ दिया गया है।
निगम टीम जब कुत्ते छोड़ने आई तो उनसे अभद्रता हुई। इस मामले में सोसाइटी के 50-60 लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ है। इससे सोसाइटी के लोगों में आक्रोश है। रेजिडेंट्स ने शुक्रवार रात हाथों में लाठी-डंडे लेकर सोसाइटी में एक जुलूस भी निकाला। इस दौरान कुत्ते प्रेमी हाय-हाय के नारे लगाए गए। दरअसल, 26 जनवरी को इस सोसाइटी के पार्क में ढाई साल क मासूम बच्चा खेल रहा था। उस पर कई कुत्तों ने हमला कर दिया। इसमें वो जख्मी हो गया। आसपास के लोगों ने दौड़कर बच्चे को बचाया था। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ तो नगर निगम हरकत में आया। तीन दिन पहले नगर निगम की टीम इस सोसाइटी में गई और वहां से कई स्ट्रीट डॉग्स को पकड़कर ले गई। नसबंदी और वैक्सीनेशन के बाद इन कुत्तों को नगर निगम ने शुक्रवार शाम को फिर उसी सोसाइटी में छुड़वा दिया है।
एओए ने की कुत्ते ले जाने की मांग
केडीपी ग्रांड सवाना एओए के लोगों में नगर निगम के इस रवैये को लेकर आक्रोश है। सचिव राहुल बालियान ने शुक्रवार को एक लेटर नगर निगम के पशु चिकित्सा अधिकारी को लिखा है। इसमें उन्होंने डॉग बाइट की पुरानी घटनाओं का जिक्र करते हुए सोसाइटी से सभी स्ट्रीट डॉग्स को ले जाने की मांग की है।