गाजियाबाद। रेप पीड़िता की उम्र कम दिखाने के एवज में एमएमजी अस्पताल में तैनात कर्मचारियों ने परिजनों से रुपये मांगे। इसके विरोध में परिजनों ने वहां हंगामा किया। नतीजतन घंटेभर तक एक्सरे सेवा प्रभावित रही। बाद में पीड़िता की मेडिकल रिपोर्ट अस्पताल प्रबंधन ने सीलबंद लिफाफे में पुलिस को सौंप दी।
वेव सिटी थाना क्षेत्र में बृहस्पतिवार को पीड़िता के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया था। वारदात का आरोप चार आरोपियों पर है, उनमें तीन नाबालिग हैं। चारों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। शुक्रवार को पुलिस दुष्कर्म पीड़िता का मेडिकल और आयु की जांच के लिए एमएमजी अस्पताल ले गई थी। पीड़िता के साथ उसके परिजन भी थे। परिजनों का आरोप है कि एक्स-रे जांच के बाद एक्स-रे रूम में तैनात कर्मचारियों ने कहा कि उसकी उम्र ज्यादा है। कम करने के लिए सेटिंग करनी होगी। इस पर परिजनों ने अपने परिचित एक भाजपा नेता से मामले की शिकायत की। भाजपा नेता ने अस्पताल पहुंचकर जमकर हंगामा किया और सीएमएस से मामले की मौखिक शिकायत भी की।
निराधार है आरोप: सीएमएस
अस्पताल के सीएमएस डॉ. मनोज चतुर्वेदी का कहना है कि उम्र का निर्धारण एक्स-रे रिपोर्ट देखकर किया जाता है। इसमें किसी तरह के फेरबदल की स्थिति नहीं होती है। इसके बावजूद कोई लिखित शिकायत करता है, तो मामले की जांच की जाएगी। सीएमएस का कहना है कि उम्र कम या अधिक दिखाने के बदले रुपये मांगने का आरोप गलत है।