फर्जी पुलिस इंस्पेक्टर बनकर कर रहा था वसूली, रंगदारी-धोखाधड़ी के केस में भेजा जेल

आगरा। पुलिस ने एक फर्जी इंस्पेक्टर को पकड़ा है। आरोपी पांचवीं फेल है और वाहन चेकिंग के नाम पर लोगों से वसूली कर रहा था। मामले की जानकारी पर न्यू आगरा पुलिस पहुंच गई। शुरूआत में तो थ्री स्टार को देख पुलिसकर्मी सकते में पड़ गए। जबकि बाद में मामला उजागर हुआ तो आरोपी को पकड़कर पुलिस थाने ले आई।

डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया आरोपी राजपुर चुंगी निवासी देवेंद्र उर्फ राजू है। वह इंस्पेक्टर की वर्दी पहने हुए था। थ्री स्टॉर भी लगे हुए थे। पुलिस की तरह उसने जूते भी पहन रखे थे। वह अबुल उलाह दरगाह के पास वाहन चेकिंग कर रहा था। आने जाने वाले वाहनों को रोककर पूछताछ करता और मोबाइल से फोटो खींचकर चालान करने की धमकी दे रहा था। शिकायत मिली थी कि एक इंस्पेक्टर वाहनों से वसूली कर रहा है। वहां चौकी प्रभारी मांगेराम को भेजा गया। पहली बार में चौकी प्रभारी भी उसे इंस्पेक्टर ही समझने लगे। इसलिए सीनियर अधिकारी की तरह बात करने लगे। मगर, कुछ ही देर में देवेंद्र का भेद खुल गया। और उसे पकड़ लिया गया।

पूछताछ में ये बोला आरोपी
आरोपी देवेंद्र को जब थाने लाया गया तो वो रोने लगा और अपनी पूरी कहानी बताई। पुलिस की पूछताछ में उसने बताया, 5वीं तक की पढ़ाई की है। कोरोना काल में किसी तरह 4 हजार रुपए की व्यवस्था की थी। एक दुकान से पुलिस की वर्दी खरीदी थी। इसके बाद जूते भी लिए थे। उस समय लॉकडाउन था। मुझे वर्दी में देखकर कोई रोकता नहीं था बल्कि नमस्ते और सलामी भी करते थे। वर्दी में ही ऑटो और बस में भी सफर करने लगा। चालक देखकर डर जाते थे और किराया नहीं मांगते थे। खरीदारी करने किसी दुकान में जाता था तो डिस्काउंट भी मिल जाता था। अभी कोई काम नहीं कर रहा था। मेरी आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं थी। इस कारण सोचा कि वाहन चालकों से वसूली करना शुरू करता हूं। क्योंकि अधिकतर चौराहों पर देखता था कि पुलिस वाले मोबाइल से फोटो खींचकर रुपए कमा रहे हैं। चालान के डर से लोग खुद रुपए दे देंगे।

पहले भी चोरी का मुकदमा दर्ज
थानाध्यक्ष राजीव कुमार ने बताया, आरोपी देवेंद्र से 2015 रुपए बरामद किए। यह उसने आटो चालकों से वसूली कर लिए थे। मामले में आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी और रंगदारी की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया। उसके खिलाफ पहले से थाना हरीपर्वत में चोरी का मुकदमा दर्ज है। आरोपी ने बताया कि अबुल उलाह कट पर पुलिस कम ही रहती है। इस कट पर आटो और बस खड़ी रहती हैं। इनके चालकों को धमकाकर वसूली कर लेगा। मगर, किसी ने शिकायत कर दी और वो पकड़ा गया।

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