नोएडा। जिले में एक बार फिर पुलिस पर एक बुजुर्ग की हत्या के मामले में गंभीर आरोप लगे हैं। यहां बुजुर्ग के परिजनों का आरोप है कि बुजुर्ग ने अपनी हत्या से करीब 5 महीने पहले पुलिस से अपनी जान की सुरक्षा की मांग की थी, लेकिन पुलिस ने अनदेखी कर दी। जिसकी वजह से बुजुर्ग की जान चली गई।
जिले के दनकौर थाना क्षेत्र के बिलासपुर पुलिस चौकी के पास शुक्रवार रात को घर में घुसकर मोहल्ले के ही वसीम मोहम्मद ने मोहल्ले के ही अली मोहम्मद की सिर पर बार करके हत्या कर दी। पुलिस ने वसीम मोहम्मद को मुठभेड़ में शनिवार को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। तब पुलिस जांच में पता चला कि अली मोहम्मद और वसीम मोहम्मद में किसी बात को लेकर विवाद चल रहा था। जिसकी वजह से वसीम ने हत्या की वारदात को अंजाम दे डाला। अली मोहम्मद के परिवार वालों ने थाना पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि अली मोहम्मद ने करीब 5 महीने पहले पुलिस से वसीम की शिकायत की थी और अपनी जान को खतरा बताया था। क्योंकि वसीम पहले भी अली मोहम्मद से बदतमीजी और जानलेवा हमले का प्रयास कर चुका था। शिकायत करने के बाद भी पुलिस ने ध्यान नहीं दिया जिसकी वजह से वसीम ने अली मोहम्मद की घर में घुसकर हत्या कर डाली। परिजनों का आरोप है कि अगर पुलिस ने वसीम पर पहले ही कार्रवाई की होती तो अली मोहम्मद की जान नहीं जाती।
मुठभेड़ में गिरफ्तार हो चुका है वसीम
शनिवार को पुलिस ने हत्या आरोपी वसीम को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया था। गिरफ्तार वसीम से पुलिस ने पूछताछ की और उसे बाद में जेल भेज दिया। वसीम ने बताया कि अली मोहम्मद से उसकी पुरानी रंजीत चल रही थी। जिसकी वजह से आए दिन आपस में कहा सुनी होती थी और उसे दिन भी कहां से नहीं हुई। जिसके चलते वह घर में घुस गया और उसने वसीम के सिर में तवा मार दिया जिसमें उनकी मौत हो गई।
मामले की चल रही जांच
दनकौर कोतवाली प्रभारी संजय सिंह ने बताया कि मृतक के बेटे द्वारा जो आरोप लगाए गए हैं उनकी बारीकी से जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि पीड़ित द्वारा पहले कभी भी थाने में कोई शिकायती पत्र नहीं दिया गया था। अगर शिकायती पत्र दिया गया होता तो कार्रवाई अवश्य की जाती। उन्होंने बताया कि परिजनों के बताए आरोपी के चलते मोहल्ले के ही वसीम को मामले में गिरफ्तार करके जेल भेजा जा चुका है।