अयोध्या में 14 जनवरी से शुरू होगा रामनाम महायज्ञ, रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां तेज

अयोध्या। अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां जहां तेज हो चुकी हैं। वहीं लगातार नए अपडेट्स भी सामने आ रहे हैं। अब सरयू तट पर बड़ी राम नाम महायज्ञ होगा। 14 जनवरी से 25 जनवरी तक चलने वाली इस महायज्ञ को लेकर सरयू तट पर विशेष तैयारियां की जा रही है। रामघाट बाइपास स्थित बालू घाट में 100 एकड़ भूमि में कुटी और तंबुओं का शहर बसाया जा रहा है, जिसमें विश्व कल्याणा के लिए सीताराम जप महायज्ञ होगी।

यहां रोजाना 21 हजार नाम जापक 1008 नर्मदेश्वर शिवलिंग स्थापित कर उनका पंचामृत से अभिषेक भी किया जाएगा। साथ ही 9 दिन 100 कुंडों में 1100 दंपती राम मंत्र से हवन करेंगे। यहां 50 हजार श्रद्धालुओं के रुकने के इंतजाम के साथ रोजाना एक लाख लोगों के लिए भंडारे का इंतजाम है। संत आत्मानंद दास महात्यागी (नेपाली बाबा) की देखरेख में 14 से 25 जनवरी तक चलने वाले महायज्ञ को लेकर 1008 कुटियां बनाई गई हैं, जिसमें नर्मदेश्वर विराजेंगे। इसके लिए मध्य प्रदेश की नर्मदा नदी के पत्थरों को तराश कर शिवलिंग बनाने का काम किया जा रहा है।

21 हजार ब्राह्मण नेपाल से आएंगे
नेपाली बाबा ने बताया कि कास और बांस की फज्जियों से बने 11 मंजिल के मंडप में 100 कुंड बनाए गए हैं। 14 जनवरी को यजमानों के मुंडन से समारोह शुरू होगा। 17 से वाल्मीकि रामायण के 24 हजार श्लोकों से हवन होगा। नेपाली बाबा ने बताया कि महायज्ञ में उज्जैन के महाकालेश्वर से 100 बटुक ब्राह्मण आ रहे हैं। नेपाल से 21000 मंत्र जापक ब्राह्मण आ रहे है। जो पैदल चल दिए है। उनके साथ हजारों राम भक्त भी आ रहे है। जो एक से दो दिन में यज्ञ स्थल पर पहुंच जाएंगे।

2015 के रामनाम महायज्ञ में लिया था संकल्प
नेपाली बाबा ने कहा कि साल 2015 में सरयू तट पर एक लाख लोगों ने मेरे संकल्प पर राम नाम जप महायज्ञ किया था। तभी संकल्प लिया था कि राम मंदिर बनने पर एक महायज्ञ करेंगे। अब मंदिर बनने के बाद महायज्ञ करने जा रहा हूं। विहिप के संरक्षक अशोक सिंघल से मैंने कहा था कि 12 साल के अंदर राम मंदिर बनकर रहेगा। सब कुछ राम की कृपा से ही हो रहा है।

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