गाजियाबाद। जिले में एक बार फिर नौकरी लगवाने के नाम पर पांच लोगों से 26 लाख 70 हजार रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद ठगी की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस ने बताया कि शिकायत में बताया गया है कि एक व्यक्ति ने अपनी दो बेटियों के साथ सोसाइटी के गार्ड के सहित पांच लोगों से नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी की है।
मामला जिले के मधुबन बापूधाम थाना का बताया जा रहा है। सदरपुर रोड बालाजी एंक्लेव के निवासी दयाशंकर ने पुलिस को शिकायती पत्र देते हुए बताया वह खुद भी निलाया ग्रीन सोसायटी में सुरक्षा गार्ड की नौकरी करते हैं। उनकी मुलाकात सोसाइटी में रहने वाले जीवनलाल से हुई। जीवनलाल ने उन्हें खुद को दिल्ली एमसीडी में सेनेटरी इंस्पेक्टर होने की बात कहा कर नौकरी लगवाने की बात कही। इसके बाद दयाशंकर ने अपनी प्रॉपर्टी को बेचकर बच्चों की नौकरी लगवाने के लिए 16 लाख और एक भतीजे और दो अन्य लोगों सहित पांच लोगों से 26 लाख 70 हजार रुपए जीवनलाल को दिलवाए थे। रुपए देने के कई महीनो बाद भी नौकरी न लगने पर यह पांचो लोग जीवनलाल के पास सोसाइटी में गए तो पता चला कि जीवनलाल सोसायटी छोड़कर बेटियों के साथ पहले ही वहां से फरार हो चुका है। इसके बाद दयाशंकर ने जीवनलाल और उनकी बेटी सोनिका व वंशिका के खिलाफ थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के बाद मामले में जांच पड़ताल शुरू कर दी है और आरोपी ठग की तलाश में जुटी हुई है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्दी आरोपी ठग को गिरफ्तार कर कार्रवाई की जाएगी।
इंटरव्यू और मेडिकल परीक्षण करवाने हवाला देकर फरार
सुरक्षा गार्ड दयाशंकर ने बताया कि जीवनलाल ने उन्हें आश्वासन दिया कर की पैसे जाने के बाद ही इंटरव्यू और मेडिकल परीक्षण होगा। इसके बाद नौकरी लग जाएगी। जीवनलाल ने दयाशंकर को ऐसे भरोसा दिलाया कि जैसे नौकरी पक्की लगने वाली है, और वह जहां से में आकर लाखों रुपए जीवनलाल को दे बैठे। मेडिकल परीक्षण और इंटरव्यू नहीं हुआ तो दयाशंकर को शक हुआ जिसके बाद उन्होंने सोसायटी में जाकर देखा तो जीवनलाल अपनी बेटियों के साथ वहां से फरार हो गया है। इसके बाद दयाशंकर व उनके साथ अन्य लोगों ने रुपए दिए थे उनके पैरों तले जमीन निकल गई। तब उन्हें ठगी का एहसास हुआ और उन्होंने पुलिस से पूरे मामले की शिकायत की।
एमसीडी में क्लर्क बनवाने के नाम पर ठगी
दयाशंकर की शिकायत के बाद मामले में एसीपी कविनगर अभिषेक श्रीवास्तव उसने बताया कि इन पांचो लोगों से एमसीडी में क्लर्क बनवाने के नाम पर ठगी की गई है। पुलिस लगातार नौकरी लगवाने के नाम पर व अन्य तरीके से ठीक करने वाले लोगों के प्रति जागरूक करती है। इसके बाद भी लोग ठगी का शिकार हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि आप है कि जीवनलाल अपनी दोनों बेटियों के साथ मिलकर लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाता है। जल्दी जीवनलाल को गिरफ्तार किया है।