गाजियाबाद। संसद के सत्र से सांसदों के निलंबन के विरोध में अब लोग सड़कों पर उतरने लगे हैं। शुक्रवार को सपाइयों ने जिला मुख्यालय का घेराव किया। बड़ी संख्या में सपा से जुड़े लोग जिला मुख्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने संसद से सस्पेंड किए गए सांसदों को बहाल करने की मांग की। सपा नेताओं के मुताबिक उन्होंने जिलाधिकारी के माध्यम से एक ज्ञापन राष्ट्रपति को भेजा है, जिसमें केंद्र सरकार को बर्खास्त करने की मांग की गई है।
प्रदर्शन में शामिल सपा नेता रामदुलार यादव ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार ने 142 सांसदों का निलंबन कर चुकी है। सांसदों की केवल यह मांग थी कि संसद पर जो हमला हुआ है उसके बारे में प्रधानमंत्री या गृहमंत्री अपना बयान दें। केंद्र सरकार का यह दायित्व है कि अगर सांसद प्रश्न पूछते हैं तो उसका उत्तर दें। लेकिन उन्होंने अपने दायित्व का निर्वहन न करते हुए सांसदों को ही बर्खास्त कर दिया। यह लोकतंत्र की हत्या है, संविधान की हत्या है। हम लोग राष्ट्रपति को ज्ञापन देने यहां पर आए हैं कि इस अलोकतांत्रिक सरकार को बर्खास्त किया जाए। जो सरकार सांसदों के प्रश्न का उत्तर नहीं दे सकती जो विपक्ष विहीन संसद को चाहती है, वह सरकार देश पर राज्य करने लायक नहीं है।
विपक्ष विहीन संसद चाहती है बीजेपी
कहा कि बीजेपी चाहती है कि संसद विपक्ष विहीन रहे। ऐसे में जो चाहेंगे वो करेंगे। क्योंकि विरोध करने वाला कोई नहीं होगा। जनता पर सितम ढहाने के लिए तमाम नए कानून पारित किए जाएंगे और कानूनों में संशोधन किया जाएगा। कहा कि यह बर्दाश्त नहीं होगा। अब बीजेपी को सत्ता से उखाड़ना ही होगा और यूपी में यह काम केवल सपा कर सकती है।
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