गाजियाबाद। महिला ने बेटी की जहर देकर हत्या कर दी। जबकि बाद में खुद जहर खा लिया। उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना के पीछे घरेलू कलह की बात सामने आ रही है। हालांकि महिला की हालत गंभीर होने के कारण वह बयान देने की स्थिति में नहीं है। पुलिस ने बच्ची के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
लोनी बॉर्डर क्षेत्र में संतोष विहार में सतेंद्र अपनी पत्नी आशा (26 साल) और साढ़े 3 साल की बेटी रोशनी संग रहता है। सतेंद्र घर में ही बच्चों के वॉकर बनाने का सामान तैयार करता है। पति सतेंद्र ने बताया, सोमवार शाम करीब साढ़े तीन बजे मैं घर के बाहर खड़ा था। पिताजी बोले कि चाय बनवा लो। मेरा चचेरा भाई फर्स्ट फ्लोर पर चला गया। वहां मेरी पत्नी उल्टियां कर रही थी। उसको लगा कि तबियत खराब होगी। इस तरह शाम छह बज गए। फिर मैं ऊपर गया तो पत्नी और बेटी दोनों ही उल्टियां कर रही थीं। ये देखकर मेरा माथा ठनक गया। मैं दोनों को लेकर पास के नर्सिंग होम में पहुंचा और एडमिट कराया। इलाज के दौरान बेटी की मौत हो गई। पत्नी का इलाज चल रहा है।
पुलिस से मामला छिपाए रहे परिजन
परिजनों ने शुरुआत में पुलिस को इस घटना की जानकारी नहीं दी। अस्पताल से जब मीमो लोकल थाना पुलिस के पास पहुंचा, तब इसकी जानकारी हुई। इसके बाद पुलिस सीधे अस्पताल पहुंची। पुलिस ने बताया, घर में चूहे मारने की दवाई रखी हुई थी। आशा ने पहले वो दवाई अपनी बेटी को खिलाई और फिर खुद खा ली। शुरुआती जानकारी में घरेलू विवाद सामने आ रहा है। ये विवाद किस बात को लेकर था, अभी जानकारी नहीं हो पाई है। महिला अभी ठीक से बात करने की स्थिति में नहीं है।