गाजियाबाद। सगे भाई समेत दो युवकों ने मिलकर युवती की हत्या कर लाश गंगनहर में फेंक दी। युवती का कसूर महज इतना था कि उसका अफेयर हिंदू लड़के से चल रहा था और वो मुस्लिम थी। पुलिस ने उसके भाई समेत दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं एनडीआरएफ की टीम गंगनहर में उसकी लाश खोज रही है।
मुजफ्फरनगर में पुर बालियान निवासी अख्तर का परिवार फिलहाल रुड़की (हरिद्वार) के सिविल लाइन इलाके में रह रहा है। अख्तर की 18 वर्षीय बेटी शीबा का करीब दो साल पहले हिन्दू लड़के से प्रेम-प्रसंग हो गया। ये बात परिवार सहित अन्य लोगों को भी पता चल गई। जिसके बाद परिवार की सामाजिक रूप से इज्जत खराब होने लगी। ये देख परिजनों ने शीबा का स्कूल जाना बंद करा दिया। अभी करीब दो महीने पहले उन्होंने शीबा को दिल्ली के शाहदरा में रहने वाले उसके चचेरे भाई मेहताब के घर पर भेज दिया। पता चला कि शीबा का यहां भी अपने प्रेमी से बात करना जारी रहा। अब वो बॉयफ्रेंड से शादी की जिद तक कर रही थी। जिसके बाद उसके मर्डर की प्लानिंग बनाई गई। सगा भाई सूफियान और चचेरा भाई मेहताब उसको घुमाने के बहाने 16 दिसंबर की शाम गाजियाबाद-मेरठ मार्ग पर मुरादनगर गंगनहर पर लाए। यहां गमछे से गला दबाकर हत्या की और लाश नहर में फेंक दी।
बैग में मिले कपड़े समेत अन्य सामान
डीसीपी विवेक चंद्र यादव ने बताया कि पुलिस को आरोपियों से एक बैग बरामद हुआ है। इस बैग में मृतका का हिजाब, सैंडल, आधार कार्ड, गमछा सहित अन्य सामान रखा हुआ मिला है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे चाहते थे कि किसी भी तरह शव की पहचान न हो। इसलिए मृतका के शरीर से हत्या के बाद हिजाब उतार लिया था। उसके अन्य कुछ कपड़े भी उन्होंने बैग में रख दिए थे।
सीसीटीवी में जाती दिखी थी शीबा
डीसीपी ने बताया, आरोपी दिल्ली से ऑटो में सवार हुए। वे कुल तीन ऑटो बदलकर गाजियाबाद के कस्बा मुरादनगर में गंगनहर तक पहुंचे। गंगनहर पटरी पर वे करीब डेढ़ किलोमीटर तक पैदल चले। शीबा को अपने मर्डर की जरा भी भनक नहीं थी। क्योंकि वो उसको घुमाने के बहाने यहां तक लाए थे। हमें एक सीसीटीवी फुटेज भी मिली है, जिसमें वे ऑटो से उतरने के बाद पैदल चलते दिखाई दे रहे हैं। शनिवार शाम से ही शव की तलाश कराई जा रही है। इस काम में एनडीआरएफ और पुलिस टीमें लगी हैं। अभी तक शव का पता नहीं चल सका है।