गाजियाबाद: प्रोफेशनल क्रिकेट खिलाने के नाम पर साढ़े 12 लाख की ठगी, आरोपी गिरफ्तार

गाजियाबाद। जिले में प्रोफेशनल क्रिकेट खिलाने के नाम पर दो युवकों से साढ़े 12 लख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। नंदग्राम थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज आरोपी ठग को गिरफ्तार पूछताछ शुरू कर दी है। पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने कबूल किया है कि वह दिल्ली एनसीआर इलाके के अलावा अन्य राज्यों से भी आने वाले युवा खिलाड़ियों से ठगी करता था। उसने एक स्टेडियम भी किराए पर ले रखा था।

सोनभद्र के रेणुकूट स्थित हिंडालोक कॉलोनी के रहने वाले पवन ने बताया की विकास डागर नाम के एक व्यक्ति ने उन्हें रणजी और अंदर-19 में खिलाने के नाम पर 18 लाख रुपए का खर्चा बताया। विकास डागर ने उन्हें यह भी बताया कि नॉर्थ ईस्ट टीम की ओर से रणजी खिलाने के लिए उनकी चयन समिति में अच्छी पैठ भी है। झांसे में आकर पवन ने आरोपी को पांच लाख रुपये दे दिए। इसके बाद भी टीम में चयन नहीं हुआ। तब पवन ने आरोपी विकास डागर को फोन किया तो उसने अपना फोन बंद कर लिया। पवन ने बताया कि उनके अलावा एक व्यक्ति से और भी विकास ने ठगी की थी। ठगी का शिकार हुए पवन ने यह भी बताया कि विकास डागर ने उन्हें बताया था कि उसके बीसीसीआई के कई बड़े अधिकारियों से संबंध है और वह कई बड़े खिलाड़ियों के टच में भी है। विकास ने पवन को कई बड़े खिलाड़ियों के साथ अपने फोटो भी दिखाए थे। जिसकी वजह से वह झांसे में आ गया। पवन की शिकायत के बाद नंदग्राम थाना पुलिस ने आरोपी विकास डागर को गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले भी कई बार पुलिस से शिकायत की जा चुकी है, लेकिन विकास डगर पर कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। इसकी वजह से विकास डागर लगातार युवा खिलाड़ियों से ठगी कर रहा था।

किराए पर ले रखा था स्टेडियम
विकास डागर टीला मोड़ निस्तौली इलाके का रहने वाला है। विकास ने मोरटी गांव के पास बने एक स्टेडियम को किराए पर ले रखा था। किराए पर लिए गए स्टेडियम में ही युवा खिलाड़ियों को प्रैक्टिस करता था। इस दौरान में युवा खिलाड़ियों को प्रसिद्धि और पैसा पैदा करने के नाम पर लाखों रुपए की ठगी करता था। विकास के किसी भी क्रिकेटर या बीसीसीआई के अधिकारी से कोई संबंध भी नही है। न ही विकास का क्रिकेट से कोई नाता रहा है।

युवा खिलाड़ियों को बना था शिकार
विकास डागर दिल्ली एनसीआर के अलावा आसपास के नए युवा खिलाड़ियों को अपना ठगी का शिकार बना था। क्योंकि बड़े-बड़े क्रिकेट क्लब में कुछ युवाओं को प्रेक्टिस करने को नहीं मिल है। ऐसे में कम पैसे में अंडर-19 और रणजी खिलाने के नाम पर विकास युवा खिलाड़ियों को चाय पर लिए गए स्टेडियम में प्रैक्टिस कर कर प्रोफेशनल क्रिकेट खिलाने के नाम पर ठगी करता था। विकास पर क्रिकेट के अलावा ताइक्वांडो वेटलिफ्टिंग के नाम पर भी ठगी का आरोप लग चुका है।

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