मेरे लिए इस देश का हर गरीब वीआईपी है : प्रधानमंत्री

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नई दिल्ली। शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए विकासशील भारत संकल्प यात्रा के लाभार्थियों से संवाद किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मोदी की गारंटी वाली गाड़ी को लेकर जो उत्साह गांव.गांव में दिख रहा है। हिन्दुस्तान के हर कोने में दिख रहा है। ये अपने आप में अद्भुत है। कुछ लाभार्थियों से मेरी बातचीत हुई है। देशभर के करोड़ों परिवारों को हमारी किसी न किसी योजना का लाभ मिला है।

गरीबों को 4 करोड़ से अधिक घर मिले हैं। जिसमें से 70 प्रतिशत घर महिलाओं के नाम पर हैं। आज मुद्रा ऋण के 10 लाभार्थियों में से 7 महिलाएं ही हैं। प्रधानमंत्री ने लाभार्थियों से कहा कि मेरे लिए इस देश का हर गरीब मेरे लिए वीआईपी है। हाल ही में विधानसभा चुनाव परिणाम घोषित हुए हैं। नतीजे बताते हैं कि लोगों को मोदी की गारंटी पर भरोसा है। मैं उन सभी का आभारी हूं जिन्होंने मेरी गारंटी पर भरोसा दिखाया। कुछ राजनीतिक पार्टियों को यह समझ नहीं आ रहा है कि झूठे वादों से उन्हें कुछ नहीं मिल सकता। वर्चुअल संवाद कार्यक्रम से बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर भी जुड़े। जेपी नड्डा ने भी सरकार द्वारा चलाई जा रही तमाम महत्वाकांक्षी योजनाओं के बारे में लोगों से बात की और उन्हें उनके फायदे भी बताएं। वर्चुअल संवाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि लोकसभा 2024 के इलेक्शन में जनता के प्यार से ही बहुमत से सरकार बनेगी।

विपक्ष पर भी बोला हमला
प्रधानमंत्री ने विपक्ष को पर हमला बोलते हुए कहा कि चुनाव सोशल मीडिया पीआर से नहीं जनता के बीच जा कर जीतना होता है। उन्होंने कहा चुनाव जीतने से पहले जनता का दिल जीतना जरूरी होता है। बता दें कि पीएम मोदी के इस कार्यक्रम से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा हरियाणा के सोहना से जुड़े। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर समेत कई अन्य नेता.कार्यकर्ता भी प्रधानमंत्री के कार्यक्रम से जुड़े।

फाइलों में नहीं लाभार्थियों तक है योजना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वर्चुअल संवाद कार्यक्रम पर केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा हर वो स्कीम जो सरकार बनाती है वे फाइलों में नहीं बल्कि लाभार्थियों के लिए है। उन लाभार्थियों तक पहुंच रही है। मैं वो दिन याद दिलाना चाहती हूं जब गैस सिलेंडर लेने के लिए क्षेत्रिय सांसद या मंत्री के हस्ताक्षर चाहिए होते थे। घर में फोन लगना एक बहुत बड़ी उपलब्धि होती थी और बिना सांसद और मंत्री के हस्ताक्षर के फोन नहीं लगता था।

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