गाजियाबाद। डीएमके सांसद सेंथिल कुमार के तीन हिंदी राज्यों पर विवादित बयान को लेकर आक्रोश लगातार जारी है। धर्मगुरु स्वामी दीपांकर ने जहां एक ओर सनातन के अपमान से बड़ा गुनाह कुछ और नहीं हो सकता। वहीं आचार्य प्रमोद कृश्णम ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। दोनों ने ही सनातन का अपमान करने वालों के सफाये की बात कही है।
स्वामी दीपांकर ने कहा कि इससे बड़ा गुनाह कोई नहीं हो सकता। दुख इस बात का है कि समूचा विपक्ष मौन है, क्योंकि सनातन का अपमान हो रहा है। डीएमके सांसद सेंथिल कुमार के गोमूत्र वाले बयान को लेकर साधु-संत भी अब इसके विरोध में खड़े हो गए हैं।
स्वामी दीपांकर ने साफ तौर पर कहा कि यह सनातन का अपमान है। जिस तरीके से यह बयान बाजी कर रहे हैं लगता है कि यह लोग देश को जोड़ने का नहीं तोड़ने का काम कर रहे हैं। अगर आपको प्रधानमंत्री से आपत्ति है तो आप देश के खिलाफ बोलते हैं। आपके राज्य के खिलाफ आपत्ति है तो अब वोटरों के खिलाफ बोलते हैं। लेकिन सनातन धर्म को लेकर इस तरह की बयान बाजी सनातन धर्म का अपमान है। गठबंधन अपने सहयोगी दल के बयान को लेकर खामोश है। किसी भी नेता ने अब तक कोई बयान नहीं दिया, जो सनातन का अपमान कर रहे हैं। किसलिए विपक्ष मौन बैठा है, उनको इस बारे में बोलना चाहिए की सबसे पुराने धर्म को लेकर इस तरह का बयान हिन्दू धर्म को अपनामित कर रहे हैं।
प्रमोद कृश्णम बोले विनाश काल आया
आचार्य प्रमोद कृश्णम ने कहा कि सेंथिल कुमार हरिद्वार में गंगास्नान करें, सरयू में स्नान करें। राम को प्रणाम करें। साधु-संतों व देश से माफी मांगें। कहा कि सनाजन को कमजोर करने की अंतरराश्ट्रीय साजिश चल रही है। शाóों में लिखा है विनाश काले विपरीत बुद्धि। जब मनुश्य पर नाश छाता है तो उसका विवेक मर जाता है। प्रधानमंत्री से नफरत करते-करते इन लोगों ने देश से नफरत करना शुरू कर दी है। कहा कि बीजेपी का विरोध करो लेकिन जो राम का विरोध करेगा उसका पतन हो जाएगा।