नई दिल्ली। भाजपा ने छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की है। भाजपा की जीत से देश भर में भाजपा कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर और खुशी में आतिशबाजी भी की गई है।
मध्य प्रदेश में भाजपा को 163 सीटें हासिल हुई हैं। जबकि कांग्रेस को 66 सीटें मिली हैं। एक सीट अन्य के खाते में गई है। राजस्थान में भाजपा को 115 सीट मिली हैं जबकि कांग्रेस को 69 सीट, निर्दलीय के खाते में 15 सीट गई है। छत्तीसगढ़ में भाजपा को 54, कांग्रेस को 35 सीट मिली है। जबकि एक सीट निर्दलीय के खाते में गई है। वहीं तेलंगाना में 119 विधानसभा कांग्रेस को 64, बीआरएस को 39 भाजपा को 8 और एआईएमआईएम के पाले में 7 सीटें मिली। तीन राज्यों में भाजपा और एक राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने पर राजनैतिक बयानबाजी का दौर भी शुरू हो चुका है।
जनादेश का करते हैं सम्मान: बघेल
छत्तीसगढ़ के निवर्तमान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा मैंने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। हमें जो जनादेश मिला है हम उसका सम्मान करते हैं। एक सकारात्मक विपक्ष की भूमिका हमारी रहेगी। भाजपा को जीत की बधाई देता हूं। वहीं छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी कुमारी शैलजा ने कहा आज चार राज्यों के चुनाव के परिणाम आए हैं, हम जनाधार का सम्मान करते हैं। नतीजें निराशाजनक हैं लेकिन हम हताश नहीं हुए हैं। हार कर फिर खड़े होना बहादुर योद्धा का काम है, हमारे कार्यकर्ता बहादुर योद्धा हैं।
जनता के हैं शुक्रगुजार: औवेसी
हैदराबाद में एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा तेलंगाना की जनता ने एक फैसला लिया है और हमें उसकी इज्जत करनी चाहिए। पिछले 10 सालों में केसीआर के नेतृत्व में तेलंगाना में विकास हुआ लेकिन हम जनता के फैसले की इज्जत करते हैं। 7 सीटों पर हमें जीत दिलाने के लिए मैं जनता का शुक्रगुज़ार हूं।
कांग्रेस को आत्मचिंतन की जरूरत: प्रियंका
दिल्ली में शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कांग्रेस को आत्मचिंतन करना होगा। छत्तीसगढ़ में सरकार उनकी थी, उन्होंने जो काम किए थे वह शायद जनता तक नहीं पहुंचे, मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी। जिसे भाजपा ने गिराई थी, लेकिन 2018 की जीत के 3 साल बाद भी कांग्रेस की गति नहीं बन पाई तो कहां कमी रह गई। सपा और कांग्रेस में जो टकराव हुआ था उसे भी टाला जा सकता था, अगर आप(कांग्रेस) बड़ी पार्टी हैं तो कहीं तो आपको उदारता दिखानी पड़ेगी।