गाजियाबाद। सांसद व केंद्रीय राज्यमंत्री वीके सिंह का गुरुवार को गाजियाबाद पहुंचने पर भाजपाइयों ने स्वागत किया। केंद्रीय राज्यमंत्री उत्तराखंड टनल हादसे के बाद चलाए गए रेस्क्यू अभियान में शामिल हुए थे। यहां उन्होंने पूरे रेस्क्यू की बात पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं से साझा कीं।
उत्तराखंड की टनल में फंसे 41 श्रमिकों के रेस्क्यू अभियान में गाजियाबाद के सांसद और केंद्रीय राज्यमंत्री वीके सिंह भी मौजूद थे। जनरल वीके सिंह ने बताया कि उत्तराखंड सुरंग में फंसे 41 लोगों को कैसे निकाला गया। उन्होंने बताया कि जिस समय मजदूर अंदर फंसे हुए थे। उस समय उनको टनल से उनको बाहर निकालना बेहद मुश्किल था। केंद्र सरकार की मदद से विभिन्न राज्यों से मशीनों को मंगवाकर काम शुरू किया। टनल के अंदर इतना लोहा था जो मशीन में फंस जाया करते थे। जिससे मशीन खराब हो जाया करती थी। हम लोगों ने हार नहीं मानी और दूसरे राज्यों से भी ऑगर मशीन को बुलवाकर काम शुरू किया गया। दूसरी मशीन भी खराब हो गई। उसके बाद मुख्यमंत्री धामी और हम लोगों ने वहीं पर फैसला लिया कि हम रैट माइनिंग की मदद लेंगे। छोटे से पाइप के अंदर जाना और वहां पर हाथों से पत्थरों को तोड़ना बहुत बड़ा चुनौती थी। हमें पूरी उम्मीद थी कि हम लोग श्रमिकों को सकुशल बाहर निकाल लेंगे।
खुद प्रधानमंत्री बनाए थे अभियान पर नजर
उन्होंने कहा कि लगातार लोगों से संपर्क किया जा रहा था और खाने पीने के सभी चीज उनको मुहैया कराई जा रही थी। उनके परिवार वालों से भी उनकी बातचीत की जा रही थी। जिससे उनको यह न लगे कि वह लोग अंदर फंसे हुए हैं। खुद प्रधानमंत्री लगातार इस ऑपरेशन पर नजर बनाए हुए थे। पूरा सरकारी तंत्र इस काम में लगा हुआ था कि किस तरीके से उन मजदूरों को बचाया जा सके। कड़ी मेहनत और ऊपर वाले के आशीर्वाद से उन सभी लोगों को सकुशल बाहर निकाल लिया गया।