गाजियाबाद। दिल्ली-लखनऊ नेशनल हाईवे पर अगले सात दिन तक भारी कॉमर्शियल वाहन नहीं चलेंगे। वजह है कि कार्तिक पूर्णिमा के चलते गढ़ मुक्तेश्वर में मेला लगेगा और लाखों की तादात में श्रद्धालु पहुंचेंगे। श्रद्धालुओं की सहूलियत के लिए अफसरों ने यह फैसला लेते हुए रूट डायवर्जन व्यवस्था लागू की है।
पुलिस कमिश्नरेट के अपर पुलिस उपायुक्त (ट्रैफिक) रामानंद कुशवाहा ने बताया कि भारी कॉमर्शियल वाहनों के लिए रूट डायवर्जन प्लान 23 नवंबर की दोपहर 12 बजे से लागू हो जाएगा, जो 29 नवंबर की रात 12 बजे तक प्रभावी रहेगा। ये डायवर्जन निजी बस, रोडवेज बस, ट्रक, कैंटर जैसे बड़े वाहनों पर लागू होगा। दिल्ली से अमरोहा, मुरादाबाद, बरेली और लखनऊ की तरफ जाने वाले भारी वाहन गाजियाबाद में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे से डायवर्ट कर दिए जाएंगे। ये पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे से सिकंदराबाद उतरकर बुलंदशहर, डिबाई, नरौरा, बबराला, बहजोई, चंदौसी होते हुए अमरोहा-बरेली की तरफ जाएंगे।
इन वाहनों को भी यही रूट
लखनऊ, बरेली, मुरादाबाद से आने वाले वाहन भी इसी रास्ते का प्रयोग करते हुए गाजियाबाद की तरफ आएंगे। ट्रैफिक पुलिस ने मुरादाबाद-बरेली की तरफ जाने के लिए एक दूसरा रास्ता भी सुझाया है। उसके अनुसार, ये वाहन गाजियाबाद में लालकुआं से नेशनल हाईवे-91 का प्रयोग करके बुलंदशहर, डिबाई, नरौरा होकर निकल सकते हैं।
27 नवंबर को जुटेगी लाखों की भीड़
27 नवंबर को गढ़मुक्तेश्वर में कार्तिक पूर्णिमा का मुख्य स्नान है। यहां पर हर साल कई लाख लोग आते हैं। कई दिन पहले से गढ़मुक्तेश्वर में कई राज्यों के लोागें का डेरा लगना शुरू हो जाता है। ऐसे में दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह गड़बड़ा जाती है।
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