गाजियाबाद: ठेकों का शटर डाउन होते ही बेचते थे ओवररेट शराब, तीन गिरफ्तार

गाजियाबाद। रात 10 बजे ठेके बंद होने के बाद ओवररेट में शराब बेचने वाले तीन शातिरों को आबकारी विभाग व पुलिस के संयुक्त अभियान में पकड़ा गया है। इनके पास से भारी मात्रा में ब्रांडेड शराब भी बरामद हुई है। एक स्कूटी भी मिली है। तीनों के खिलाफ आबकारी अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है।

जिला आबकारी अधिकारी आरके सिंह ने बताया कि तीन दिन पहले बॉर्डर पर रात में शराब बेचने की जानकारी मिली थी। टीम ने सोमवार देर रात को जांच की तो ईडीएम मॉल के पास भोवापुर में एक गुमटी व किराये के मकान में शराब बेची जा रही थी। टीम ने घेराबंदी कर 32 वर्षीय सौरभ निवासी बीडीबीए फ्लैट गाजीपुर दिल्ली, 27 वर्षीय अमित प्रताप सिंह निवासी भोवापुर व 23 वर्षीय सुमित सिंह निवासी वैशाली सेक्टर-तीन को गिरफ्तार किया। पूछताछ में तीनों ने बताया कि वह झंडापुर के रहने वाले राकेश के कहने पर काम कर रहे थे। राकेश की ओर से हर दिन एक हजार रुपये दिए जाते थे। वह रात को ठेके बंद होने पर ओवररेट पर शराब बेचते थे। देशी मांगने वालों को यूपी ब्रांड की तो विदेशी मांगने पर दिल्ली व हरियाणा मार्का शराब उपलब्ध कराते थे।

ये हुई बरामदगी
तीनों के पास उत्तर प्रदेश, दिल्ली व हरियाणा राज्य की रॉयल ग्रीन व्हिस्की के 90 पौव्वे, व्हाइट एंड ब्लू व्हिस्की के 64 पौव्वे, किंग्स गोल्ड विहस्की के 64 पौव्वे, रॉकफोर्ड क्लासिक व्हिस्की के 37 पौव्वे, हन्ड्रेड पाइपर स्काच व्हिस्की के 47 पौव्वे, मेडुसा प्रीमियम स्ट्रांग बीयर की 120 कैन, जिन्सबर्ग क्लैसिक स्ट्रांग बीयर की 19 कैन, मिस इंडिया ब्रांड देशी शरांब के 216 पौव्वे जबकि विदेशी मदिरा के 302 पौव्वे, बीयर की 139 कैन एंव देशी शराब के 216 पौव्वे बरामद हुए हैं।

दोगुना होता था मुनाफा
आरोपियों ने कबूला कि हरियाणा ब्रांड की सीलपैक शराब सस्ती मिलती है। उसे यूपी में लाकर बेचने में काफी मुनाफा होता है। उस पर भी रात 10 बजे के बाद ओवररेट देते थे तो दोगुना मुनाफा होता था। कुछ अपना माल भी आरोपीगण लगा लेते थे। इससे उनकी अपनी इनकम भी बढ़ जाती थी। अब पुलिस मुख्य तस्कर की गिरफ्तारी की कोशिश में है।

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