उत्तराखंड। 12 नवंबर को सिल्कयारा सुरंग का एक हिस्सा ढह जाने के बाद फंसे हुए 41 श्रमिकों को बचाने के लिए 13वें दिन भी बचाव अभियान जारी है। सुरंग में फंसे मजदूरों के पास तक छह इंच के पाइप से भेजे गए एंडोस्कोपिक कैमरे में सभी मजदूर सुरक्षित नजर आए। वॉकी-टॉकी से उनसे बात भी हुई।
मजदूरों को इसी पाइप से दवाई, संतरे, केले, रोटी, सब्जी, पुलाव और नमक भेजा गया। अमेरिकन ऑगर मशीन से ड्रिल का काम शुरू करा दिया है। वही रेस्क्यू को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी लगातार उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से लगातार बातचीत कर रहे हैं। उन्होंने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री को निर्देश दिए की रेस्क्यू में किसी भी तरह की कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए। रेस्क्यू के दौरान कुछ मजदूरों के परिजन भी मौके पर पहुंचे हैं। जहां प्रशासन ने उनके सुरंग में फंसे परिजनों से बातचीत करायी। बातचीत करने के बाद परिजन संतुष्ट दिखे। रेस्क्यू कर रही टीमें उम्मीद जाता रही है कि सभी मजदूरों को 2 दिन के अंदर बाहर निकाल लिया जाएगा। सुरंग बचाव अभियान के अभिषेक रूहेला ने बताया, 800 एमएम व्यास के पाइप को आगे बढ़ाने का काम किया जा रहा है। जैसे ही वो पहले वाले पाइप की लंबाई को पार करेगा, ड्रिलिंग के लिए मशीन भी लगा दी जाएगी। अगले 24 घंटे बेहद महत्वपूर्ण रहेंगे। उन्होंने बताया कि एनडीआरएफ, आईटीबीपी, सेना के इंजीनियर, एसडीआरएफ, अग्निशमन और आपातकालीन सेवाएं, बीआरओ और भारत सरकार की अन्य तकनीकी एजेंसियां लगी हैं।
आ रहीं अलग-अलग चुनौतियां
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य लेफ्टिनेंट जनरल सैयद अता हसनैन ने बताया तकनीकी एजेंसियां वहां काम कर रही हैं। वहां 10 दिन में अलग अलग चुनौतियां सामने आई हैं। 3-4 अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञ भी साइट पर आए हैं। वहां पर्याप्त जगह है अंदर जहां मजदूर फंसे हुए हैं वहां राशन, दवा और अन्य जरूरी चीजें कंप्रेसर के जरिए उस जगह पहुंचाई जा रही हैं जहां मजदूर फंसे हैं।
प्रधानमंत्री ले रहे पल-पल का अपडेट
उत्तरकाशी में बचाव अभियान पर उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा सभी एजेंसियां, इंजीनियर, टेक्नीशियन और विशेषज्ञ इस काम में लगे हुए हैं। इनकी मेहनत से 6 इंज की पाइप सुरंग के अंदर पहुंच गई है। हम भगवान से प्रार्थना करते हैं कि जल्द से जल्द बचाव अभियान पूरा हो और हमारे सभी कर्मचारी सुरक्षित बाहर आएं। मैंने आज पीएम को सारी जानकारी दी।