पंचतत्व में विलीन हुए सहारा प्रमुख सुब्रत रॉय, विदेश से नहीं पहुंचे दोनों बेटे, नाती ने दी मुखाग्नि

लखनऊ। सहारा इंडिया के चेयरपर्सन सुब्रत रॉय पंचतत्व में विलीन हो गए। उनकी अंतिम यात्रा सहारा शहर से बैकुंठ धाम पहुंची। यहां पर 16 साल के पोते हिमांक ने उन्हें मुखाग्नि दी। बैकुंठ धाम में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, फिल्म डायरेक्टर बोनी कपूर और अभिनेता राज बब्बर समेत तमाम आसामियां उन्हें आखिरी विदाई देने पहुंचीं।

इससे पहले सुब्रत रॉय का शरीर अंतिम दर्शन के लिए सहारा शहर में रखा गया था। यहां बोनी कपूर, जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह, राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा समेत अनेक लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। सुब्रत रॉय की पत्‍नी स्वप्ना रॉय 10वीं में पढ़ने वाले पोते हिमांक, भतीजी प्रियंका सरकार और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ बुधवार को लखनऊ पहुंचीं। सुब्रत रॉय का पार्थिव शरीर एक चार्टर्ड प्लेन से यहां लाया गया। हिमांक, सुब्रत रॉय के छोटे बेटे सीमांतो का बेटा है, जो लंदन में पढ़ाई करता है। दोनों बेटे सुशांतो और सीमांतो अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हुए। दोनों विदेश में हैं। ऐसा माना जा रहा है कि उनके लिए ही अंतिम संस्कार एक दिन देरी से किया गया। मगर वह नहीं आए। इस पर न तो रॉय परिवार से कोई कुछ कह रहा है, न ही सहारा परिवार का बयान आया है।

बिहार में जन्मे थे सुब्रत राय
सुब्रत रॉय का जन्म 10 जून 1948 को बिहार के अररिया में हुआ था। कोलकाता के होली चाइल्ड स्कूल से शुरुआती शिक्षा पूरी की। इसके बाद उन्होंने राजकीय तकनीकी संस्थान गोरखपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया। सुब्रत रॉय ने साल 1978 में गोरखपुर से अपना व्यवसाय शुरू किया और सहारा इंडिया परिवार की स्थापना की। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक साल 2012 में इंडिया टुडे पत्रिका ने सुब्रत रॉय को भारत के 10 सबसे अमीर लोगों में शामिल किया था। आज सहारा समूह हाउसिंग, एंटरटेनमेंट, मीडिया, रिटेल और वित्त सेवाओं जैसे तमाम क्षेत्रों में अग्रणी भूमिका निभा रही है।

स्नेक्स से शुरू किया था कारोबार
सुब्रत ने करियर की शुरुआत नमकीन स्नैक्स बेचने से की थी। वह अपनी लंब्रेटा स्कूटर पर जया प्रोडक्ट के नाम से स्नैक्स बेचते थे। साल 1978 में उन्होंने गोरखपुर में एक छोटे से ऑफिस से सहारा की नींव रखी। रॉय के नेतृत्व में, सहारा ने कई व्यवसायों में विस्तार किया। रॉय का साम्राज्य एयरलाइंस, फाइनेंस, रियल एस्टेट, मीडिया और हॉस्पिटैलिटी से लेकर अन्य सेक्टर्स में फैला हुआ था।

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