गाजियाबाद। इंदिरापुरम इलाके में सात नवंबर को पेट्रोल पंप कर्मचारियों से हुई 9.56 लाख रुपये की लूट के मामले में फरार चल रहे लुटेरे अभिशेक उर्फ लैपर्ड को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसके दो अन्य साथी भी पकड़े गए हैं। इस गैंग के पास से पुलिस ने लूटे गए 2.30 लाख रुपये के अलावा तमंचा व कारतूस बरामद किए हैं।
पेट्रोल पंप कर्मचारी कैश जमा करने बैंक जा रहे थे लेकिन रास्ते में मंगलचौक के पास सुनयोजित ढंग से गैंग ने उनका बैग लूट लिया था। बैक में 9.56 लाख रुपये थे। घटना का मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस ने लुटेरों की तलाश शुरू कर दी थी। थाना इन्दिरापुरम पुलिस टीम व स्वाट टीम ट्रांस हिण्डन ने सर्विलांस सेल की मदद से फरार सरगना अभिषेक समेत उसके साथी सागर व सूरज पुत्रगण राजेन्द्र को रैड लाईट, वसुन्धरा के पास से गिरफ्तार कर लिया।
पांच बदमाश पहले पकड़े
इस कांड में शामिल पांच बदमाशों को पुलिस टीम ने 11 नवंबर को ही गिरफ्तार कर लिया था। पूछताछ में पता लगा कि सागर व सूरज सगे भाई हैं और मुख्य आरोपी लैपर्ड के पड़ोसी हैं। लैपर्ड ने उन्हें साथ मिलाकर लूट की योजना बनाई थी। लैपर्ड पहले राजनगर गाजियाबाद में आरडीसी के पास पैट्रोल पम्प पर तेल डालने का काम करता था, करीब 4 महीने पहले वहा पर मालिक से पैसो को लेकर अभिषेक उर्फ लैपर्ड को वहा से निकाल दिया था।
ऐसे बनी थी योजना
नौकरी जाने के बाद लैपर्ड की मुलाकात राहुल ठाकुर निवासी चक्की वाली गली हरवंश नगर थाना नन्दग्राम व टूर एण्ड ट्रैवल्स के आफिस में अमित पाल उर्फ मोनू नन्दग्राम, गाजियाबाद से हुई। धीरे धीरे तीनों लोगों में आपस मे अच्छी दोस्ती हो गयी। राहुल का ट्रैवल्स का काम ठीक नहीं चल रहा था। अमित को भी सैलरी नहीं मिल पा रही थी। जबकि लैपर्ड भी बेरोजगार हो गया था। सागर और सूरज इंदिरापुरम नीतिखंड में भारत पैट्रोल पम्प पर सैल्स मैन का काम करते है, सागर अभी तीन महीने पहले रेप के मुकदमे मे जेल चला गया था वहा से लौटकर आने के बाद उसे पम्प पर काम नहीं मिल पा रहा था। इन्हीं दोनों ने लैपर्ड को बताया कि पंप का कैश रोजाना जाता है। यदि उनके साथ लूट की जाए तो काफी पैसे मिल सकते है। इसके बाद पूरी योजना बनी और लूटकांड हुआ।