एल्विश मामला: तस्करों की पुलिस को मिली रिमांड, अब होगी पूछताछ

नोएडा। यूट्यूबर एल्विश यादव और सांपों की तस्करी केस में राहुल समेत पांचों आरोपियों को 24 घंटे की रिमांड पुलिस को मिल गई है। अब पुलिस शुक्रवार दोपहर तक आरोपियों से पूछताछ कर सकती है। वहीं राहुल के पास से मिली डायरी को आधार बनाकर पुलिस जांच कर रही है। डायरी में मिले फोन नंबर और मीडिएटर का इलेक्ट्रानिक डेटा बेस तैयार हो रहा है।

पुलिस ने सुरजपुर की फास्ट ट्रैक कोर्ट में 14 दिन की रिमांड की अर्जी लगाई थी। रिमांड के दौरान राहुल से डायरी को लेकर पूछताछ होगी। एल्विश को भी बुलाया जा सकता है। इससे पहले पुलिस को राहुल समेत पांचों आरोपियों की 54 घंटे की रिमांड मिली थी। दीवाली की शाम 4 बजे तक रिमांड पूरी होने के बाद पांचों को कड़ी सुरक्षा के बीच जेल भेज दिया गया था। दरअसल, इस केस में डायरी को अहम सबूत माना जा रहा है। सूत्रों की माने तो 54 घंटे की रिमांड पर पुलिस को साक्ष्य तो मिले लेकिन वो घटना क्रम का रीक्रिएशन नहीं कर सकी। इस बार रीक्रिएशन किया जाएगा। साथ ही एल्विश को नोएडा बुलाकर पूछताछ की जाएगी या नहीं। इस पर फिलहाल कोई फैसला अफसर नहीं ले सके हैं। ये केस अब तक तीन लोग राहुल, एल्विश और फाजिलपुरिया के इर्द गिर्द ही घूम रहा है। लेकिन डायरी में मिले फैक्ट के बाद एल्विश के कई और करीबी भी इसमें आ सकते है। वहीं, पुलिस अब वन्य जीव क्रूरता अधिनियम की धारा भी बढ़ाने जा रही है।

पुरानी पार्टियों का निकल रहा डेटा
नोएडा के डूब क्षेत्र में बने फार्म हाउस में रेव पार्टी होती थी। इसका पहले भी कई बार खुलासा हो चुका है। यहां कसिनों तक पकड़ा जा चुका है। पुरानी पार्टियों का डेटा निकाला जा रहा है। वहां पकड़े लोगों का डेटा भी तैयार किया जा रहा है। वहां से पकड़े गए लोगों का कनेक्शन भी इन लोगों से है या नहीं, इसकी भी जांच चल रही है। क्योंकि राहुल ने अपने बयान में बताया था कि वो कई बार नोएडा के फार्म हाउसों में भी पार्टी कर चुका है।

डायरी से कई चेहरे होंगे बेनकाब
राहुल सिर्फ एल्विश और फाजिलपुरिया नहीं बल्कि कई और लोगों के लिए भी एनसीआर में पार्टी में सांप और वेनम लेकर जाता था। उनके नाम तो नहीं लेकिन उनके मीडिएटर के नाम इसमें शामिल हैं। ये प्रकार का इवेंट मैनेजमेंट है जो एक कंपनी की तरह का काम करता है। इसमें कंपनी को पूरा ठेका दिया जाता है और कंपनी का आदमी राहुल से संपर्क कर पूरी पार्टी का इंतजाम करता था। ताकि यदि पकड़े जाए तो सिर्फ मीडिएटर तक ही पुलिस पहुंच सके। इस केस में अब मीडिएटर के जरिए ही पुलिस उन लोगों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है जिनके लिए राहुल सांप और वेनम लेकर जाता था।

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