यूपी 112 की महिला कर्मचारियों को धक्के देकर कंट्रोलरूम से निकाला, आक्रोश

गाजियाबाद। वेतन बढ़ोत्तरी की मांग कर रहीं यूपी 112 में तैनात आउटसोर्सिंग महिला कर्मचारियों को पुलिस ने धक्के मारकर कंट्रोलरूम से देर रात बाहर निकाल दिया। महिला कर्मचारी इस रवैये से काफी क्षुब्ध हैं। उनका कहना है कि हमारी बात को दबाया जा रहा है। 25 लोगों ने नौकरी छोड़ दी आज यहां। हमारे साथ जानवरों की तरह व्यवहार किया जा रहा है।

महिला कर्मचारियों ने बताया कि कई साल से यहां पूरी मेहनत से काम कर रहे थे। किसी भी पीड़ित की कॉल अटैंड करना और उसके सबसे करीब मौजूद पीआरवी को इसकी तुरंत सूचना देकर वहां रवाना करना। उसकी लोकेशन का पता लगाए रखना और क्या रिस्पांस मिला, इसका जवाब लेना हमारी दिनचर्या का अहम हिस्सा था। पूरा यूपी हम संभालते हैं। हमें धक्के मारकर बाहर निकाला गया। पांच साल की मेहनत पर पानी फेर दिया इन लोगों ने इस नौकरी से हमारा घर चलता था। आज पुलिस ने भगा दिया कि जाओ। वो किसी को अंदर नहीं आने दे रहे। हमने नहीं सोचा था। बिना क्रेडिट के, पूरी लगन के, हम जिनके लिए उत्तर प्रदेश की जनता के दिलों में सम्मान और विश्वास बना रहे हैं, एक दिन वो ही हमारे साथ ऐसा बर्ताव करेंगे। हमने यहां 7 साल सेवाएं दी, लेकिन उसका सिला ये मिला। प्रोटेस्ट करने पर उन्हीं पुलिसवालों ने हमें धक्के मारकर बाहर निकाल दिया, जिनके लिए हम दिन-रात काम करते हैं।
महिलाकर्मियों ने बताया कि जो यूपी पुलिस की आपातकालीन सेवा डायल-112 के गाजियाबाद कंट्रोल रूम में कार्यरत हैं। हिमांशी बताती हैं, हम सोमवार सुबह से हड़ताल पर थे। पूरे दिन हड़ताल रही। रात को भी हमारा धरना जारी था। आठ बजे के आसपास पुलिसवालों ने हमें धक्के मारकर कंट्रोल रूम परिसर से बाहर निकाल दिया। सात साल की मेहनत पर पानी फेर दिया इन लोगों ने। हमारी साथियों पर लखनऊ में लाठीचार्ज किया जा रहा है।

नई कंपनी से हो रही वेतन बढ़ाने की मांग
अभी तक डायल-112 के कंट्रोल रूम को मैनपॉवर उपलब्ध कराने का टेंडर डक्ैस्/टेक महिंद्रा के पास था। इसका कार्यकाल समाप्त होने के बाद ये टेंडर 3 नवंबर से वी विन कंपनी के पास आ गया। महिला कर्मचारियों का आरोप है कि इस कंपनी ने हमसे कोई कॉन्ट्रेक्ट साइन नहीं किया और नए नियुक्ति पत्र दिए बिना ही काम कराया जा रहा है। महिला कर्मचारियों का कहना है कि नई कंपनी अपने मनमाने एजेंडे से काम कराने के लिए दबाव डाल रही है। पांच साल से उनकी कोई सैलरी भी नहीं बढ़ी है। उन्हें नियुक्ति पत्र के साथ 18 हजार रुपए वेतन चाहिए, तभी वे काम करेंगी।

प्रदेश में बने हैं तीन कंट्रोलरूम
उत्तर प्रदेश में डायल-112 के तीन कंट्रोल रूम हैं। लखनऊ, गाजियाबाद और प्रयागराज। सभी जगहों पर महिलाकर्मी हड़ताल पर चली गई हैं। इन कंट्रोल रूमों पर रोजाना 75 हजार कॉल्स आती हैं, जो अब प्रभावित हो रही हैं। हालांकि पुलिस अफसरों का कहना है कि जितनी महिला कर्मचारी हड़ताल पर हैं, उतने ही कॉन्स्टेबल को आपात सेवा की कॉल अटेंड करने के लिए अस्थायी तौर पर तैनात किया जा रहा है।

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