नई दिल्ली। नेपाल में शुक्रवार देर रात आए भूकंप की वजह से कई इमारतें धरसही होने अब तक 70 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 150 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं। जिन्हें प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। नेपाल में आई भूकंप की तीव्रता 6.4 बताई जा रही है। नेपाल के अधिकारियों का मानना है अभी मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।
रुकुम पश्चिम के मुख्य ज़िला अधिकारी हरि प्रसाद पंत ने मीडिया को बताया कि रुकुम पश्चिम में 36 लोगों की मौत की पुष्टि की गई है। मरने वालों की संख्या और बढ़ने की आशंका है। वहीं जाजरकोट के डीएसपी संतोष रोक्का ने बताया कि जाजरकोट में 34 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। कई लोग घायल हैं। कुछ गंभीर रूप से घायलों को इलाज के लिए सुर्खेत भेजा गया है। नेपाल के स्थानीय लोगों और अधिकारियों की माने तो इस तरह का भूकंप 2015 में आया था तब भूकंप की तीव्रता 7.8 आकी गई थी। 2015 में आई भूकंप की वजह से भी नेपाल में कई लोगों की मौत हुई थी जबकि हजारों घर बर्बाद हो गया। अधिकारियों का मानना है कि शुक्रवार रात आए भूकंप की वजह से हुए हादसे में मृतकों की संख्या अभी और बढ़ सकती है।
प्रधानमंत्री ने जताया दुख
शुक्रवार रात आए भूकंप की वजह से करीब 70 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है और कई लोग गंभीर रूप से घायल हैं। घटना की जानकारी मिलने के बाद नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने दुख जताया है। प्रधानमंत्री ने सुरक्षा एजेंसियों को निर्देश दिए हैं कि भूकंप से प्रभावित लोगों को किसी भी तरह की दिक्कत ना हो। जो लोग मकान में फंसे हैं उन्हें सही से रेस्क्यू किया जाए। प्रधानमंत्री ने कहा है कि सरकार भूकंप से पीड़ितों की हर संभव मदद करेगी।
8 साल बाद देखा ऐसा तांडव दहल के लोगों के दिल
नेपाल के स्थानीय लोगों ने मीडिया को बताया कि इससे पहले 2015 में भूकंप की वजह से बड़ी त्रासदी हुई थी।तब भूकंप की तीव्रता 7.8 बताई गई थी। शुक्रवार रात में आए भूकंप की तीव्रता 6.4 बताई गई है। कुछ लोगों को कहना है कि शुक्रवार रात को लोग ज्यादातर अपने घरों में सो रहे थे। इसकी वजह से इतने लोगों की मौत हुई है। कुछ लोग जाग रहे थे। उन्होंने भूकंप के झटके महसूस किया तो वह अपने घरों से बाहर निकल आए जो सुरक्षित है।