गाजियाबाद। पुलिस ने तीन ट्रैक्टर चोरों को पकड़ा है। इनके पास से चोरी का एक ट्रैक्टर भी बरामद हुआ है। इस गैंग के पास दो और ट्रैक्टर भी हैं, जिन्हें बाकी के तीन सदस्य बेचने ले गए हैं। उनकी तलाश में टीम रवाना हो गई है।
कविनगर पुलिस ने एनएच-9 स्थित मणिपाल अस्पताल के पास से तीन ट्रैक्टर चोरों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से 25 सितंबर को खोड़ा की दीपक विहार कॉलोनी से चोरी किया गया एक ट्रैक्टर बरामद किया गया है। आरोपियों ने पूछताछ में अपने नाम कृष्णा तिवारी, रामनरेश व रवि निवासी गढी जौनाबाद,नया ताजपुर-राजा खेरा, धौलपुर, राजस्थान बताया। उनके तीन साथी अभी फरार हैं, जिनकी तलाश में पुलिस की टीम दबिश दे रही है। एसीपी कविनगर अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया कि आरोपियों ने 15 अक्तूबर को लोहा मंडी से भी दो महिंद्रा ट्रैक्टर और ट्राली चोरी किए थे। पकड़े गए बदमाशों ने पूछताछ में बताया कि उन्हीं के गांव माधव, हीरा समेत तीन लोगों की पहचान हो गई है। उन्हीं के पास दोनों महिंद्रा ट्रैक्टर हैं और वह उनको बेचने के लिए ले गए हैं। जल्द ही उनको भी गिरफ्तार किया जाएगा।
चोरी के बाद कराते हैं पेंट
पुलिस के मुताबिक आरोपीगण चोरी करने के बाद ट्रैक्टर पर नया पेंट करा देते थे। कई की नंबर प्लेट भी बदल देते थे और उनको किसानों को डेढ़ से दो लाख में बेच देते थे। चूंकि किसानों को ट्रैक्टर से केवल खोत की जोताई आदि का काम रहता है और वहां चेकिंग नहीं होती। ऐसे में यह सौदा काफी मुफीद साबित होता है।
कई जिलों में बेचते थे ट्रैक्टर
किसान के संपर्क में स्थानीय दलाल रहता था। एसीपी ने बताया कि एक ट्रैक्टर पर दलाल को 10 हजार रुपये मिलते थे। वह किसान को समझाता था कि ट्रैक्टर का रजिस्ट्रेशन कराने में ज्यादा खर्चा आएगा। फिटनेस से लेकर बीमा आदि कराने में काफी खर्च और झंझट में पड़ना पड़ेगा। किसान भी नए मॉडल का ट्रैक्टर दो से ढाई लाख सस्ते में खरीदने को राजी हो जाते थे। पुलिस दलाल की भी पहचान करने में जुटी है। आरोपियों के मोबाइल में दिल्ली एनसीआर के अलावा बुलंदशहर, हापुड़, मुरादाबाद, संभल, बरेली, मुजफ्फरनगर समेत कई जिलों के ट्रैक्टर व्यापारियों व दलालों के नंबर मिले हैं।
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