लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अब 60 साल से अधिक उम्र वाली महिलाओं को रोडवेज बसों में यात्रा का कोई शुल्क नहीं देना होगा। शासनस्तर से इसकी रिपोर्ट मांगी गई थी। विभागीय रिपोर्ट तैयार हो चुकी है। उम्मीद है कि जल्द ही इसे शासनस्तर से मंजूरी मिल जाएगी।
इस प्रस्ताव को लेकर मुख्यमंत्री और परिवहन मंत्री के बीच जल्द ही वार्ता संभव है। बताया जा रहा है कि इस स्कीम को सरकार लोकसभा चुनाव से पहले शुरू कर देगी। पूरे साल बुजुर्ग महिलाओं को फ्री सफर कराने में 180.42 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। ये रुपए परिवहन विभाग को शासन की तरफ से मिलेगा। दरअसल, अनुपूरक बजट में परिवहन विभाग ने सरकार से 180.42 करोड़ रुपए की मांग की थी। परिवहन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, हर दिन करीब 1.10 लाख 60 साल से ज्यादा उम्र की महिलाएं बसों में सफर करती हैं। विभाग की तरफ से सर्वे करके रिपोर्ट तैयार किया गया है।
बाल्वो में नहीं मिलेगी सुविधा
शुरूआत में यह सुविधा बाल्वो सरीखी बसों में नहीं मिलेगी। ट्रायल के तौर पर साधारण बसों में ही यह व्यवस्था लागू रहेगी। जबकि ट्रायल सफल होने पर एसी व बाल्वो समेत जनरथ सरीखी बसों में भी यही व्यवस्था लागू कर दी जाएगी
निगम को सीधा मिलेगा किराया
इस योजना से विभाग को घाटा नहीं होगा, बल्कि फायदा होगा। क्योंकि अक्सर ऐसा होता है कि सीनियर सिटीजन के साथ सफर में कोई दूसरा व्यक्ति भी रहता है। ऐसे में महिला का किराया सरकार से मिल जाएगा और उसके साथ आने वाले व्यक्ति का किराया सीधे परिवहन निगम को मिलेगा।
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