गाजियाबाद। दिल्ली एनसीआर के कई शहरों के साथ-साथ गाजियाबाद की भी हवा जहरीली होती जा रही है। जिले में गुरुवार को एक्यूआई 247 से 250 लेवल पर दर्ज किया गया। गाजियाबाद के अलावा नोएडा और राजधानी के कई इलाकों में भी एक्यूआई लेवल बेहद खराब होने से लोगों को दिक्कत हो रही है। नोए़डा में एक्यूआई 397 बहुत खराब श्रेणी में दर्ज की गई है। प्रदूषण की वजह से गाजियाबाद में लोगों का सांस लेना मुश्किल होता जा रहा है।
दिल्ली में कल एक्यूआई 336 के आसपास दर्ज किया गया था। वहीं एक्यूआई लेवल बढ़कर 343 दर्ज किया गया। दिल्ली की हवा लगातार बबेहद खराब श्रेणी में दर्ज जारी है। दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति की रिपोर्ट के में कहा गया है 1 से 15 नवंबर तक का समय दिल्ली व नोएडा, गाजियाबाद के लिए सबसे अधिक खराब है। केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के लिए पराली को भी अहम जिम्मेदार माना है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़े में हवा की गुणवत्ता चार स्टेशनों-आनंद विहार, मुंडका, न्यू मोती बाग और पंजाबी बाग में गंभीर हो गई। तापमान, शांत हवा और नमी की वजह से प्रदूषण बढ़ रहा है। लगातार बढ़ रही प्रदूषण को कम करने के लिए सरकार की ओर से भी तमाम प्रयास किया जा रहे हैं। प्रदूषण रोकथाम के लिए सरकार लगातार राजधानी में जागरूकता अभियान भी चल रही है। जहरीली हवा होने से सांस के रोगियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, हालांकि लोग मास्क लगाकर घरों से बाहर निकल रहे हैं ताकि प्रदूषण से बच सके।
दिवाली पर और जहरीली होगी शहरों की हवा
कल करवा चौथ के बाद बड़े शहरों में हुई आतिशबाजी की वजह से भी गाजियाबाद नोएडा और दिल्ली के कई इलाकों में प्रदूषण का लेवल बढ़ा है। यहां आशंका जताई जा रही है कि दीपावली के आसपास हवा हवा में प्रदूषण ज्यादा हो जाएगा। जिससे यहां के लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। हालांकि दिल्ली सरकार और नोएडा गाजियाबाद के नगर निगम द्वारा पटाखे कम इस्तेमाल करने का आवाहन किया जा रहा है। जानकारों की माने तो दीपावली पर पटाखे चलाए जाने की वजह से कई शहरों की हवा और ज्यादा जहरीली हो जाएगी जिससे लोगों को दिक्कत होगी।
सरकार ने जारी की गाइडलाइंस
दिल्ली में मौसम बदलने के साथ ही लगातार बढ़ वही प्रदूषण से निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने इलेक्ट्रिक, सीएनजी और भारत स्टेज (बीएस)- 6 बसें के प्रवेश की अनुमति दी है। जबकि सरकार द्वारा बीएस-3 और बीएस-4 बसें दिल्ली की सड़कों पर नहीं दौड़ पाएंगी। सरकार का मानना है कि बीएस-3 और बीएस-4 डीजल वाहनों की वजह से दिल्ली की हवा लगातार जहरीली हो रही है। इनमें ज्यादातर उत्तर प्रदेश हरियाणा राजस्थान के अलावा कोई अन्य प्रदेशों से डीजल वाहन आते हैं।