पुलिस चौकी के पास होटल में देह व्यापार का भंडाफोड़, पांच गिरफ्तार

गाजियाबाद। पुलिस चौकी से चंद कदम दूर होटल में अरसे से देह व्यापार चल रहा था। जबकि पुलिस को इसकी भनक भी नहीं लगी। हालांकि अब पुलिस ने वहां छापामारी करके पांच युवतियों को बरामद किया है। इनका आरोप है कि जबरन उनसे गलत काम कराया जाता था।

इंदिरापुरम में नीतिखंड चौकी के पास आशीर्वाद रेजिडेंसी (ओयो होटल) में पुलिस ने छापामारी की। पुलिस को सूचना मिली थी कि यहां देह व्यापार चल रहा है। ज्ञानखंड-3 में रहने वाले सचिन शर्मा ने होटल को किराये पर लिया था। उसमें काम करने वाली युवतियों पर नजर रखने के लिए विजयनगर सेक्टर-9 के अमित को मैनेजर रखा था। इंदिरापुरम पुलिस ने होटल पर छापा मारकर मालिक सचिन को पकड़ लिया। कार्रवाई में युवक-युवतियां कमरों में आपत्तिजनक हालत में थे। मैनेजर अमित शुरुआती पूछताछ में घबराने लगा। टीम ने रिसेप्शन पर रखे रजिस्टर को कब्जे में लेकर जांच की। उसमें अलग-अलग लोगों के नाम लिखे थे जबकि फोन में कई युवतियों के फोटो थे।

महिला पुलिस ने निकालीं युवतियां
महिला पुलिसकर्मियों ने आवाज देकर युवतियों को बाहर निकाला जबकि कमरों से तीन ग्राहकों को हिरासत में ले लिया। इसके बाद पुलिस युवतियां, होटल संचालक, मैनेजर और ग्राहकों को कोतवाली ले गई। वहां युवकों से पूछताछ की। युवतियों ने संचालक और मैनेजर पर जबरन काम कराने का आरोप लगाया। कार्यवाहक सहायक पुलिस उपायुक्त भास्कर वर्मा ने बताया कि होटल संचालक सचिन शर्मा, मैनेजर अमित, ग्राहक संदीप त्यागी, सचिन और प्रभात दीक्षित को गिरफ्तार किया है। युवतियों के बयान दर्ज कर आगे कार्रवाई की जाएगी। आरोपियों के खिलाफ मुकदमा भी लिखा गया है।

चौकी पुलिस की सरपरस्ती में व्यापार की चर्चा
शक्तिखंड-4 के भूखंड में आदित्य पांचाल उसकी पत्नी हिमांशी और मैनेजर गौरव आनंद देह व्यापार कराते थे। इंदिरापुरम पुलिस ने 6 सितंबर को छापा मारकर युवतियों को मुक्त कराकर मालिक, मैनेजर और ग्राहक को गिरफ्तार किया था। इंदिरापुरम एसीपी स्वतंत्र कुमार सिंह के पास गोपनीय पत्र ने नीतिखंड पुलिस की पूरी लापरवाही की पोल खोल दी थी। हालात इतने खराब हैं कि पुलिसकर्मियों ने अपनी कार्यशैली में अभी तक बदलाव नहीं किया है। हालांकि सवाल यह उठ रहा है चौकी से महज 700 मीटर के दायरे में होटल के अंदर लंबे समय से चल रहे देह व्यापार की सूचना स्थानीय पुलिस को थी या इसे छुपाया जा रहा था। चर्चा यह भी है कि पुलिस की सरपरस्ती में यह कारोबार चल रहा था। हालांकि इसको लेकर अफसर फिलहाल खामोश हैं।

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