फर्जी आइपीएस बनकर थानेदार को हड़काया, एनकाउंटर में धरा गया

मथुरा। आइपीएस बनकर पुलिस को हड़काने वाला शातिर एनकाउंटर में पकड़ा गया। आरोपी के दाहिने पैर में गोली लगी है। उसका आपराधिक रिकार्ड खंगाला गया तो कई मुकदमे दर्ज निकले। फिलहाल पुलिस उसका अस्पताल में इलाज करा रही है।

मूलरूप से राजस्थान के भरतपुर का रहने वाला राधेश्याम उर्फ सुभाश ने 23 अक्टूबर को मथुरा के फरह थाना प्रभारी सुरेश चंद्र को कॉल की। कहा कि मैं आइजी क्राइम लखनऊ सुभाश कुंतल बोल रहा हूं। थाना प्रभारी ने जय हिंद कहा। इसके बाद थाना प्रभारी को हड़काते हुए कहा कि तुमने सीयूजी नंबर बंद कर रखा है। इस पर थाना प्रभारी सफाई देने लगे। कहा कि सर नेटवर्क प्रॉब्लम है। इसके बाद सुरेश चंद्र ने अपना प्राइवेट नंबर दिया। इसके बाद थाना प्रभारी के प्राइवेट नंबर पर 23 अक्टूबर को ही 3 बार फर्जी प्च्ै ने फोन किया। 5 मिनट तक रिफाइनरी की पाइप लाइन से तेल चोरी करने वाले माफिया बड़ोदरा निवासी निशांत के बारे में जानकारी मांगी। साथ ही निशांत के परिवार का नंबर थाना प्रभारी से मांगा। थाना प्रभारी ने कहा- सर निशांत गिरफ्तार हो चुका है। अब परिवार की जरूरत नहीं है। इस पर राधेश्याम ने थाना प्रभारी को हड़काते हुए कहा कि नहीं उसके परिवार को भी गिरफ्तार करना है।

शक होने पर अफसरों को दी सूचना
थाना प्रभारी को उसके बातचीत के लहजे से शक हुआ तो सीधे तौर पर एसएसपी को मामले की जानकारी दी।पुलिस ने जांच की तो पता चला कि फर्जी आईपीएस बनकर कॉल करने वाले का नाम राधेश्याम उर्फ सुभाष है। एसएसपी ने लखनऊ के अफसरों से जानकारी जुटाई तो पता लगा कि इस नाम का कोई अफसर नहीं है। इस पर आरोपी के खिलाफ मुकदमा लिखा गया। वहीं पुलिस ने उसकी तलाश शुरू कर दी।

पुलिस को देखकर किए फायर
बुधवार रात आरोपी की लोकेशन पुलिस को मगोर्रा इलाके में मिली तो एसओजी टीम के साथ पुलिस ने उसे घेर लियाा। इस दौरान पुलिस को देख राधेश्याम ने दो फायर किए। जवाबी कार्रवाई की तो वह भागने लगा। इसके बाद पुलिस ने पैर में गोली मारकर उसे पकड़ लिया। पुलिस ने राधेश्याम के पास से फर्जी आईपीएस और आईएएस के विजिटिंग कार्ड बरामद किए हैं। वहीं तमंचा 4 कारतूस, बिना नंबर की बाइक बरामद की। आरोपी के खिलाफ मथुरा में छह मुकदमे दर्ज हैं। इनमें ट्रिपल मर्डर का एक मामला भी है। राधेश्याम भरतपुर के थाना उद्योग नगर का हिस्ट्रीशीटर है। मथुरा के अलावा उस पर भरतपुर, जयपुर और जम्मू में धोखाधड़ी और फ्रॉड के मुकदमे दर्ज हैं।

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