गाजियाबाद। गंगनहर से गाजियाबाद व नोएडा के हिस्सों को मिलने वाली वॉटर सप्लाई आज से बंद हो जाएगी। अब 12 नवंबर से लोगों को इस नहर का पानी मिल सकेगा। वजह है कि नहर की सफाई का काम शुरू किया जाना है। इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है।
हरिद्वार से निकली गंगनहर का पानी गाजियाबाद समेत नोएडा के कई इलाकों में पाइपलाइन के जरिये भेजा जाता है। इससे लोगों की रोजमर्रा की जरूरत का पानी मिलता है। दूसरे शब्दों में कहें तो इन इलाकों में रहने वाले लाखों लोगों को पेयजल व्यवस्था इसी नहर से चलती हैै। वहीं इन दिनों नहर में काफी मात्रा में सिल्ट जमा हो गई है। इस कारण गंदगी बढ़ी है और जल प्रदूशित होने लगा हैै। नतीजतन गंगाजल परियोजना विभाग द्वारा नहर की सफाई करने का फैसला लिया गया है। इसके तहत यहां अब वॉटर सप्लाई रोककर केवल सफाई की जाएगी। यहां रहने वाले लाखों लोगों को समस्या न रहे, इसके लिए लोकल अथॉरिटी ने टैंकर लगाकर पानी सप्लाई कराने का दावा किया है।
अब 12 नवंबर से मिलेगा पानी
गंगाजल परियोजना उत्तर प्रदेश के अधिशासी अभियंता उन्मेश शुक्ला ने बताया, गंगनहर 24 अक्टूबर की रात बंद हो जाएगी। करीब 18 दिन तक इसमें सफाई कार्य होगा। फिर ये नहर 12 नवंबर को चालू होगी। गाजियाबाद के प्रताप विहार में गंगाजल प्लांट लगा हुआ है। यहां से 100 क्यूसेक पानी नोएडा और 50 क्यूसेक पानी गाजियाबाद के विभिन्न हिस्सों को पाइप लाइन के लिए सप्लाई किया जाता है। नहर बंद रहने के दौरान इस पानी की सप्लाई नहीं होगी। उन्होंने बताया, नहर सफाई हर साल की एक रूटीन प्रक्रिया है। इसमें नहर से जुड़ी सभी मशीनों, रेगुलेटरों को साफ किया जाता है, ताकि पानी का प्रवाह बना रहे।
इन इलाकों में जाता है पानी
प्रताप विहार गंगाजल प्लांट से 100 क्यूसेक पानी नोएडा जाता है। बाकी गाजियाबाद के 50 क्यूसेक में 15 क्यूसेक इंदिरापुरम, 5 क्यूसेक सिद्धार्थ विहार, 23 क्यूसेक वसुंधरा जोन और 7 क्यूसेक पानी इंदिरापुरम के इलाकों में सप्लाई होता है। गाजियाबाद में नगर निगम के 125 और गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के 26 नलकूप हैं। इनसे पानी की सप्लाई दिन में एक बार की जाएगी। इसके अलावा दोनों अथॉरिटी के पास कुछ टैंकर हैं, उन्हें भी पानी सप्लाई में लगाया जाएगा। इस बार दीपावली पर टैंकरों से पानी की व्यवस्था के बीच त्योहार मनाया जाएगा।