आपरेशन के बाद युवक की मौत, निजी अस्पताल में हंगामा

गाजियाबाद। पथरी के आपरेशन के बाद मरीज की मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर ने इलाज में लापरवाही की। इससे मरीज की जान गई है। आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल में कई घंटे हंगामा भी किया। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम को भेजा है।

लोनी बॉर्डर क्षेत्र की सुनीता विहार कॉलोनी में 40 वर्षीय सुभाष चंद्र अपने परिवार सहित रहते थे। वे वैशाली क्षेत्र के कार शोरूम में नौकरी करते थे। करीब सात महीने पहले पेट में दर्द होने पर जांच कराने में पता चला कि पेट में उन्हें पथरी है। 26 सितंबर को परिजनों ने उन्हें शांतिनगर स्थित निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया। 27 सितंबर को सुभाष चंद्र का ऑपरेशन हुआ। 29 सितंबर को उन्हें हॉस्पिटल से छुट्टी मिल गई।

खानापूरी करते रहे डॉक्टर
परिजनों ने बताया, आपरेशन के बाद सुभाष के पेट का दर्द कम नहीं हुआ। ऑपरेशन के बाद करीब 10 बार सुभाष चंद्र पुनः इसी हॉस्पिटल में दिखाने आए और समस्या बताई लेकिन हर बार स्टाफ और डाक्टर लापरवाही करते हुए खानापूरी कर देते थे। रविवार शाम को उनकी फिर तबियत बिगड़ गई। डॉक्टर ने उन्हें कुछ इलाज देकर घर भेज दिया। सोमवार तड़के पांच बजे सुभाष चंद्र की हालत गंभीर होने पर परिजन पुनः उन्हें गोपाल हॉस्पिटल लेकर आए। यहां करीब 10 मिनट बाद ही उनकी मौत हो गई।

फिर शुरू हुआ हंगामा
सुभाश की मौत के साथ ही परिवार वालों ने वहां हंगामा शुरू कर दिया। परिजनों का आरोप था कि डाक्टर ने इलाज में लापरवाही की, इसी से सुभाश की जान गई है। यह भी कहा कि अगर बीमारी पर काबू पाना बस का नहीं था तो कम से कम बता दिया होता। कहीं और अच्छी जगह इलाज को ले जाते लेकिन डाक्टर अपने यहां ही रोके रहे और झूठा दिलासा मिलता रहा। जबकि अब मौत हो गई। हंगामे के चलते पुलिस भी घटनास्थल पर जा पहुंची। जबकि बाद में शव कब्जे में ले लिया। पुलिस ने परिजनों को समझाकर शांत किया और लाश पोस्टमार्टम को भेजी है। परिजनों ने लोनी बार्डर थाना पुलिस को मामले की तहरीर दी है।

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