एबीईएस कालेज मामला: विधायक बोले कालेज में डालेंगे ताला, बैकफुट पर महिला प्रोफेसर

गाजियाबाद। एबीईएस कालेज में छात्र के जय श्रीराम बोलने पर उसे टीचर द्वारा मंच से उतारने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने छात्र को बेइज्जत करने वाली महिला प्रोफेसर डॉ. ममता गौतम पर रासुका लगवाने की मांग की है। फिलहाल कालेज गेट पर पुलिस तैनात है।

एसोसिएट महिला प्रोफेसर ने इस पूरे केस में अपना पक्ष रखते हुए श्जय श्रीरामश् स्लोगन से कोई दिक्कत नहीं होने की बात कही है। विवाद को देखते हुए कॉलेज के बाहर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। बीटेक छात्रों के कालेज में इंडक्शन प्रोग्राम के दौरान मंच पर परफार्मेंस दिखाने गए छात्र ने माइक थामकर जय श्रीराम का नारा लगाया तो एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. ममता गौतम ने उसे मंच से उतार दिया। शुक्रवार को हुए इस घटनाक्रम के बाद कालेज के छात्रों में गुटबंदी हो गई। कुछ छात्रों ने प्रोफेसर की हरकत का विरोध किया तो कुछ समर्थन में आ गए। वहीं कड़ी आपत्ति जता रहीं प्रोफेसर अपनी बात पर अड़ी रहीं। उन्होंने मंचासीन शख्स से कहा- बाहर निकालो इसे। आप लोग स्लोगन गाने के लिए नहीं हैं। तू नहीं गाएगा। ये कल्चर कार्यक्रम हो रहा है, ये कोई झुमका नहीं हो रहा है। आउट…आउट। इसके बाद छात्र को बेइज्जत करके बाहर निकाल दिया जाता है। 43 सेकेंड की ये वीडियो शुक्रवार रात सोशल मीडिया पर भी सामने आया। हिन्दू संगठनों ने महिला प्रोफेसर को लेकर आपत्ति जताई और कार्रवाई की मांग की।

विधायक बोले कालेज में डालेंगे ताला
इस केस में विरोध स्वरूप पहला बयान हिन्दू रक्षा दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष भूपेंद्र तोमर उर्फ पिंकी चौधरी का आया। उन्होंने कहा, कॉलेज अपनी प्रोफेसर को सस्पेंड करे, वरना मैं शनिवार दोपहर 12 बजे कॉलेज गेट पर जाकर धरना दूंगा। रामजी हमारे देश के हर युवा के दिल में बसते हैं। वहीं बीजेपी के लोनी क्षेत्र से विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने कहा महिला प्रोफेसर को लेकर पूरे देश में उबाल है। ऐसे प्रोफेसर को कॉलेज से निकालकर तुरंत गिरफ्तार कर लेना चाहिए। कॉलेज अगर खुद प्रोफेसर पर मुकदमा नहीं करवाता है तो कॉलेज को चलने नहीं दिया जाएगा। इस कॉलेज पर ताला डालने का काम हम खुद करेंगे। प्रोफेसर पर एनएसए के तहत कार्रवाई होनी चाहिए।

बैकफुट पर आईं एसोसिएट प्रोफेसर
एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. ममता गौतम अब बैकफुट पर दिख रही हैं। उनका कहना है कि प्रोग्राम के दौरान जो भी घटित हुआ है, उसमें ऐसा कुछ भी नहीं है। जय श्रीराम का स्लोगन है। उससे हमें, मेरे सहयोगी या कॉलेज वालों को कोई परेशानी नहीं है। वो स्टूडेंट बहुत ज्यादा आर्गुमेंट मेरी सहयोगी से कर रहा था। इस वजह से हम वहां गए। डिसिप्लेन एंड कल्चरल कॉर्डिनेटर होने के नाते बच्चे को हमने समझाया। जो जातिगत टिप्पणी है मेरे बारे में, ये मुझे बहुत परेशान कर रही है। मैं सनातनी हूं, ब्राह्मण हूं। ब्रज की रहने वाली हूं। शारदीय नवरात्र चल रहे हैं, इसलिए मैं 9 दिन व्रत रखती हूं। जय श्रीराम स्लोगन से न परेशानी है, न कभी होगी। वायरल वीडियो से मैं परेशान हो गई हूं। अगर अब किसी ने मेरे खिलाफ जातीय टिप्पणी की तो उसके खिलाफ न्यायालय जाउंगी। कॉलेज के निदेशक प्रो. (डॉ.) संजय कुमार सिंह ने इस पूरे प्रकरण में बताया उक्त प्रकरण की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन कर दिया गया है। समिति द्वारा दिए गये निष्कर्ष पर आवश्यक कार्यवाही की जायेगी। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया कि किसी भी प्रकार से छात्रों को कोई प्रकार की कार्यवाही नहीं की जाएगी। गाजियाबाद पुलिस की एसीपी सलोनी अग्रवाल ने बताया कि कॉलेज की वीडियो संज्ञान आई है। इस प्रकरण में पुलिस के द्वारा जांच की जा रही है। कॉलेज प्रशासन अपने स्तर पर जांच कर रहा है। फैक्ट फाइंडिंग के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

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