हाथरस। सीएम योगी ने ऐलान किया कि पुलिस विभाग मेंअब महिला को 30 फीसदी हिस्सेदारी होगी। यानी 100 में से 30 सीटें महिलाओं के लिए रिजर्व रहेंगी। अब बेटियों की सारी चिंता हमारी सरकार करेगी।
सीएम ने हाथरस व अलीगढ़ में जनसभाएं कीं। सीएम ने जय श्रीराम और भारत माता की जय के नारों से अपना भाषण शुरू किया। उन्होंने कहा-जिस हाथरस की हींग के बिना दाल का स्वाद ही नहीं, उस हाथरस की धरती को नमन करता हूं। यूपी के अंदर दंगे बंद हो गए हैं। अब खुशी से यहां त्योहार मनाए जा रहे हैं। हमारी प्राथमिकता में किसान हैं, गरीब हैं, नौजवान हैं। इसी क्रम में महिलाओं का विकास भी हमारी प्राथमिकता है। सारी योजनाओं का लाभ आज गरीबों को मिल रहा है। हाथरस के बाद सीएम अलीगढ़ पहुंचे। यहां के लोगों को 489 करोड़ रुपए की 204 विकास परियोजनाएं सौंपी। उन्होंने कहा, ष्अनुसूचित समाज के लोगों को भाजपा की सरकार में सम्मान और सुरक्षा मिल रही है। 2017 से पहले की सरकारें उन्हें शोभा यात्रा निकालने तक की भी अनुमति नहीं देती थीं।
अनुसूचितों को मिल रहा सम्मान
योगी ने कहा कि 2017 में जब भाजपा की डबल इंजन की सरकार बनी, तो सरकार ने न सिर्फ अनुसूचित समाज के लोगों को सुरक्षा दी। बल्कि सम्मान देकर उन्हें आगे भी बढ़ाया। भाजपा एकमात्र पार्टी है जो संतों का सम्मान कर रही। अनुसूचित समाज के लोगों को आज भारतीय जनता पार्टी की सरकार में सम्मान और सुरक्षा मिल रही है। सीएम योगी ने कहा,ष्अनुसूचित समाज के लोगों को आज भारतीय जनता पार्टी की सरकार में सम्मान और सुरक्षा मिल रही है।उन्होंने कहा, प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद आज हर सरकारी कार्यालय में बाबा साहब की फोटो है। सभी अधिकारियों को आदेश दिए गए हैं कि अनिवार्य रूप से बाबा साहब की फोटो कार्यालय में लगे। जिससे सभी को यह पता चला रहे कि भारतीय संविधान के शिल्पी कौन है। सीएम कहा- 2017 से पहले जो पार्टी सत्ता में थीं, वो दलित स्मारकों को तोड़ने का काम करती थी। उनका लक्ष्य सिर्फ अनुसूचित समाज को अपमानित करना था। जब से सूबे में डबल इंजन की सरकार बनी तो तस्वीर बदल गयी। पिछली सरकारों ने अनुसूचितों को स्कॉलरशिप की बन्द किया था, हमने चालू की।
फरियादी महिलाओं को धक्के देकर निकाला
कार्यक्रम के दौरान दो महिलाएं अपनी-अपनी शिकायत लेकर सीएम के मंच के पास पहुंच गईं। दोनों मंच पर चढ़ने लगीं। मगर दोनों को महिला मोर्चा की पदाधिकारियों ने पकड़ लिया। फिर उन्हें मंच से दूर किया। इसके बाद भी दोनों महिलाएं सीएम से मिलने की जिद पर अड़ीं थीं, तभी महिला मोर्चा की कार्यकर्ता ने एक महिला को थप्पड़ जड़ दिया। महिला कार्यकर्ताओं ने हंगामा कर रही दोनों महिलाओं के बाल खींचे, घसीटते हुए कार्यक्रम से बाहर कर दिया। इस दौरान पुलिसवाले तमाशबीन बने रहे। शिकायत लेकर पहुंची पहली महिला का कहना था कि उसकी बेटी की हत्या हुई थी। वह लगातार बेटी के आरोपियों को पकड़ने की मांग कर रही है, लेकिन कहीं से कोई सुनवाई नहीं हो रही है। दूसरी महिला का कहना है कि कुछ साल पहले उसके पति की हत्या हो गई थी। उसके पति को मारने वाले उसके ससुराल वाले ही थे। पुलिस से शिकायत करने के बाद भी मामले में कोई जांच नहीं की गई।
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