भंडारण की गई आतिशबाजी में लगी आग, दमकल टीम पहुंची

गाजियाबाद। घर में रखी आतिशबाजी में लगी आग ने देेखते ही देखते घर को आगोश में लेना शुरू कर दिया। धुआं घुटने से गृहस्वामी की हालत बिगड़ गई, वहीं बच्चों की आंखों में जलन की दिक्कत हो गई। मामले की जानकारी पर पहुंची दमकम टीम ने बमुश्किल हालात पर काबू पाया। जबकि बाद में गृहस्वामी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

हादसा साहिबाबाद कोतवाली इलाके में हुआ। यहां के रेलवे रोड निवासी देवदत्त शर्मा दिल्ली से भारी मात्रा में आतिशबाजी लेकर आए थे। बताया जाता है कि आतिशबाजी को दीपावली पर बेचने का इरादा था। आतिशबाजी के कार्टून घर मे नीचे बरामदे में रखे गए थे। देर रात अचानक किसी तरह आतिशबाजी में भीषण आग लग गई। अचानक धमाके होने लगे और तरह-तरह की रोशनी घर में फैल गई। इससे घर में लगे पर्दे समेत अन्य सामान जलने लगा। आग देखकर इलाकाई लोगों ने दमकल टीम को इसकी सूचना दी। कुछ देर बाद पहुंची टीम ने आग पर काबू पाने की कोशिश शुरू कर दी।

मंगवाना पड़ा दूसरा फायर टेंडर
बताया जाता है कि एक फायर टेंडर से हालात काबू नहीं हो पा रहे थे। ऐसे में टीम ने एक और टेंडर मंगवाया। तब कहीं जाकर घंटेभर बाद आग पर काबू पाया जा सका। इस बीच पूरे इलाके में बारूद का धुआं हो गया। घर में मौजूद देवदत्त का धुआं से दम घुटने लगा। जबकि वहां मौजूद उसके बच्चों कुणाल व वरुण की आंख में दिक्कत होने लगी। टीम ने तीनों को वहां से निकाला। जबकि बाद में विश्वनाथ को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है।

विस्फोटक अधिनियम की हुई एफआइआर
लिंकरोड थाना पुलिस ने देवदत्त के खिलाफ विस्फोटक अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने बताया कुमार देवदत शर्मा ने सुरक्षा के उपायों का उचित प्रबंध के बिना अवैध रूप से आतिशबाजी अपने घर में रखी थी। इस कारण मुकदमा दर्ज किया गया है। इधर, बताया जाता है कि समय रहते इलाकाई लोग दमकल टीम को न बुलाते तो पटाखा विस्फोट से बड़ा हादसा हो जाता। गनीमत रही कि हादसे में जनहानि नहीं हुई।

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