गाजियाबाद। चार साल की मासूम, जिसकी उम्र थोड़ी सी पढ़ाई और बाकी टाइम अपनों का प्यार और खिलौनों के बीच बीतने की है। उस बच्ची का बचपन अब जेल की सलाखों के पीछे है। जेल मेनुअल के हिसाब से उसे सोना, जगना, खेलना और पढ़ना होगा। ऐसा नहीं कि बच्ची ने कोई गुनाह किया है। बदकिस्मती यह है कि मां रेखा ने सौतेले बेटे शब्द की हत्या की करतूत को अंजाम दे डाला और मां तो गुनाह की सजा भुगत रही लेकिन बेगुनाह परी को उसके साथ आना पड़ा।
गोंविदपुरी स्थित डबल स्टोरी कालोनी में रहने वाले राहुल सैनी का तीन साल पहले बुलंदशहर की राजकुमारी से तलाक हुआ था। जिसके बाद बेटा शब्द उर्फ सद्दी (11) राहुल के पास आया और बेटी तपस्या को राजकुमारी अपने साथ ले गई। 2020 में ही राहुल की बागपत की रेखा से शादी हुई। दोनों की यह दूसरी शादी थी। रेखा को पहले पति से बेटी परी थी। रविवार को रेखा ने अपनी सहेली पूनम के साथ मिलकर शब्द की हत्या कर दी। इसके बाद शव को घर में ही सेप्टिक टैंक में छिपा दिया। शव के पैर में पत्थर भी बांधा, जिससे वह ऊपर ना आ सके। पूछताछ में रेखा ने कबूला की असुरक्षित भविष्य को देखते हुए उसने शब्द की हत्या की। शब्द का बर्ताव उसके प्रति सही नहीं था। इधर, शब्द का पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया। पिता समेत रिश्तेदारों ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया है।
मायके वालों ने रिश्ता तोड़ा
रेखा के मायके वालों ने भी फिलहाल उससे रिश्ता तोड़ दिया है। उसकी यह हरकत हर किसी को झकझोर रही है। पुलिस ने उसकी बेटी परी को ले जाने के लिए मायके वालों से भी संपर्क साधा लेकिन उन्होंने परी और रेखा से किसी तरह का रिश्ता न रखने की बात कही। ऐसे में पुलिस ने बेटी समेत उसे जेल भेजा है। अब उसकी पढ़ाई जेल में ही होगी। थाने से जाते हुए बेटी को गोद में लेकर रेखा फूट फूटकर रोने लगी। कहा नहीं पता था कि ऐसा होगा। इतनी बड़ी सजा मिलेगी। खुद का जीवन तो अंधेरे में रहा ही बेटी का भी जीवन तबाह हो गया।
राहुल की उजड़ गई जिंदगी
शब्द के पिता राहुल का भी रो रोकर बुरा हाल है। पहले पत्नी से तलाक हुआ। अब बेटे की हत्या हो गई। जिसके आरोप में दूसरी पत्नी जेल चली गई। एसीपी मोदीनगर ने बताया कि पूनम व रेखा को जेल भेज दिया गया है। चूंकि अभी परी की उम्र बहुत कम है। उसकी परवरिश के चलते मां जरूरी है। इसलिए उसे मां के साथ भेजा गया है। रेखा ने पूछताछ में बताया कि शब्द उससे तू-तड़ाक में बातें करता था। उसकी एक नहीं सुनता था। उसे डर था कि भविष्य में वह परी की भी हत्या कर देगा। इसलिए उसने पहले भी शब्द की हत्या करने की कोशिश की। लेकिन हर बार कोई ना कोई वहां आया और वारदात नहीं हो सकी। जब उसके साथ पूनम आई तो हौसला और बढ़ा और कत्ल कर डाला।
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