रातोंरात अरबपति बने मजदूर की मुश्किलें बढ़ीं, आईटी करेगी पूछताछ

बस्ती। उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में मार्बल की घिसाई करने वाला व्यक्ति रातों-रात अरबपति बन गया। इसी के साथ मजदूर की मुश्किलें बढ़ गई है। यहां इनकम टैक्स ने उसे नोटिस जारी किया, तब मजदूर को पता चला कि उसके खाते में 2 अरब 21 करोड़ रुपए कहीं से आए हैं। इनकम टैक्स में 20 अक्टूबर तक मजदूर को कागज लेकर ऑफिस बुलाया है।

बस्ती जिले के लालगंज थाना क्षेत्र के बरतनिया गांव के शिव प्रसाद निषाद दिल्ली में रहकर मार्बल घिसाई का काम करते थे। कुछ दिन पहले ही वह दिल्ली से काम छोड़कर अपने गांव वापस लौट आए और गांव में ही मेहनत मजदूरी करने लगे लेकिन कुछ दिन पहले ही शिव प्रसाद बैंक अकाउंट में 2 अरब 21 करोड़ रुपए कहीं से आ गए। शिव प्रसाद ने बताया कि उसे नहीं पता उसके खाते में इतने रुपए कहां से आए हैं। वह 500 रुपये दिहाड़ी पर दिल्ली में मजदूरी करता था। दिल्ली में मजदूरी छोड़कर कुछ दिन पहले ही वह गांव लौटा। उसे यह नहीं पता कि उसके बैंक अकाउंट में पैसे कहां से आए हैं। वहीं मजदूर के खाते में अरबों रुपए को लेकर इनकम टैक्स और पुलिस डिपार्टमेंट पूरी तरह से अलर्ट हो गया है। मामले में एएसपी दीपेंद्र चौधरी ने बताया कि इतनी बड़ी रकम को जिस खाते से ट्रांजेक्शन किया गया है। उनकी जांच की जा रही है। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। इनकम टैक्स विभाग भी अपने स्तर से जांच पड़ताल कर रहा है।

टीडीएस बना जांच का आधार
शिवप्रसाद के खाते में 2 अरब 21 करोड़ रुपए आए इसके बाद टीडीएस के रूप में 4 लाख 58 हजार 715 रुपये पहले ही काटे जा चुके हैं। इसको लेकर भी इनकम टैक्स डिपार्टमेंट जांच पड़ताल में जुटा हुआ है। की इतनी बड़ी रकम आई कहां से और टीडीएस किस फॉर्म द्वारा काटा गया है। शिव प्रसाद ने बताया कि उसका दो बैंकों में खाता है। दिल्ली में मजदूरी करने के दौरान उसने केनरा बैंक दिल्ली खाता खुलवाया था। इसके अलावा प्रसाद का दूसरा खाता सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया लालगंज बाजार में है। शिव प्रसाद के मुताबिक दिल्ली में स्थित केनरा बैंक के खाते में कोई पैसा नहीं है। लालगंज स्थित बैंक ऑफ़ इंडिया के खाते में 30 हजार की रकम मौजूद है।

2019 में गुम हुआ था पैन कार्ड
2 अरब 21 करोड़ लख रुपए खाते में आने के बाद इनकम टैक्स का नोटिस जब शिव प्रसाद को मिला तो उसने बताया कि इसका पैन कार्ड 2019 में दिल्ली में काम करने के दौरान कहीं गुम हो गया था। उसने आशंका जताई है कि उसके पैन कार्ड से फर्जी खाता खोलकर इतना बड़ा लेनदेन का काम किया गया है। पैन कार्ड गुम होने के मामले में भी शिव प्रसाद पर शक की सुई घूम रही है क्योंकि 2019 में अगर पैन कार्ड गुम हुआ तो अभी तक उसने पैन कार्ड दूसरा क्यों नहीं बनवाया और पुलिस को सूचना क्यों नहीं दी।

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