लखनऊ। उत्तर प्रदेश समेत उत्तराखंड में आतंकी हमले की बड़ी तैयारी चल रही है। यहां दर्जनों स्लीपर सेल भी मौजूद हैं। एटीएस ने इसका खुलासा किया है। इसके पीछे आतंकी संगठन अलकायदा का इंडियन सबकांटिनेंट (एक्यूआईएस) माड्यूल और जमात उल मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) हैं। इन्होंने सहारनपुर में अपना मुख्य ठिकाना बनाया था। एटीएस को ये जानकारियां पकड़े गए संदिग्ध ने दी हैं।
मध्य प्रदेश के बाद आतंकवादियों ने अपना अगला टारगेट यूपी व उत्तराखंड बनाया था। इसके लिए युवाओं का ब्रेनवाश करते हुए उन्हें अपने साथ मिलाने की प्रक्रिया भी चल रही है। दरअसल पिछले दिनों एटीएस ने जेएमबी के संदिग्ध आतंकी मुफक्किर उर्फ हमीदुल्ला से पूछताछ की थी। इसी पूछताछ में उसने यह बात कबूली है। उसके इस बयान के बाद सुरक्षा एजेंसियां चौकन्नी हो गई हैं। जांच में सामने आया है कि मुफक्किर उर्फ हमीदुल्लाह साथियों के साथ मिलकर यूपी में बड़े आतंकी हमले को अंजाम देने वाला था। इसके लिए सहारनपुर में ठिकाना बनाकर स्थानीय युवाओं को जिहाद करने और देश में शरिया कानून लागू करने के लिए भड़का रहा था। दरअसल, मुफक्किर और उसके साथियों की मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा गिरफ्तारी के बाद उनके मंसूबों के बारे में केंद्रीय जांच एजेंसियों को भनक लगी थी। यह मामला एनआईए के सुपुर्द करने के बाद मुफक्किर को उसके साथी के साथ गिरफ्तार किया गया, तो उसके सहारनपुर के ठिकाने के बारे में पता चला। वहीं, बीते जनवरी में यूपी एटीएस ने लखनऊ से जेएमबी के संदिग्ध आतंकी अजहरुद्दीन को गिरफ्तार किया, जो मुफक्किर की तरह युवाओं को बरगला रहा था।
बांग्लादेश से हुई घुसपैठ
एटीएस की जांच में सामने आया कि ये सभी बांग्लादेश की सीमा से घुसपैठ करके आए थे और सहारनपुर में ठिकाना बनाकर यूपी-उत्तराखंड में नेटवर्क बना रहे थे। अजहरुद्दीन बांग्लादेशी आतंकियों मुदस्सिर, अबु तलहा, एहसान, मुफक्किर से जुड़ा था और अल कायदा इंडियन सबकांटिनेंट और जेएमबी के मंसूबों को पूरा करने के लिए जिहादी साहित्य और भड़काऊ वीडियो के जरिये युवाओं का ब्रेनवॉश कर रहा था। जांच में यह भी सामने आया है कि मुफक्किर ने सहारनपुर में किसी महिला से शादी भी की थी, हालांकि इसकी पुष्टि होना बाकी है।
गोला बारूद जुटा रहे स्लीपर सेल
जांच में पता चला है कि जेएमबी के सौ से ज्यादा स्लीपर सेल सहारनपुर और उत्तराखंड में सक्रिय हैं। अब जांच एजेंसियां पूरे नेटवर्क को दबोचने के प्रयास में हैं। इनका मकसद युवाओं को बरगलाने के अलावा गोला-बारूद जुटाना है। यूपी एटीएस बीते पांच सालों में इस नेटवर्क से जुड़े करीब दो दर्जन आतंकियों को दबोच चुकी है। एनआईए ने भी इस मॉड्यूल के कई सदस्यों को मध्य प्रदेश में आतंकी हमले की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
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