लिफ्ट में फंसे मां-बेटे, इंटरकॉंम-अलार्म भी निकला खराब

गाजियाबाद। बाजार से लौटकर अपने फ्लैट में जा रहे मां-बेटा लिफ्ट में फंस गए। न तो लिफ्ट का अलार्म काम किया और न ही इंटरकॉम पर बात हो सकी। काफी देर बाद लिफ्ट का गेट खुला और मां-बेटा किसी तरह वहां से निकले। मामले की शिकायत एस्टेट मैनेजर समेत मेंटेनेंस वाली संस्था से की गई है।

पूरा मामला सिद्धार्थ बिहार में स्थित प्रतीक ग्रैंड सोसाइटी का है। यहां के पायोनिया के टॉवर पी-6 में फ्लैट नंबर 1601 में रहने वाले आकाश शर्मा की पत्नी गुरप्रीत कौर और बेटा निमित्त शुक्रवार रात बाजार से लौटे थे। दोनों फ्लैट में जाने के लिए लिफ्ट में चढ़े कि अचानक लिफ्ट बंद हो गई। कुछ देर इंतजार के बाद गुरप्रीत ने इंटरकॉम पर शिकायत करना चाही लेकिन वो काम नहीं कर रहा था। अलार्म का बटन दबाया तो वो भी नहीं बज रहा था। ऐसे में दोनों मां-बेटा घबरा गए। ठीक इसी वक्त लिफ्ट फ्रीफाल हो गई और दूसरे लेवल पर जा पहुंची। इसका एहसास होने पर मां-बेटे की चीख निकल गई। वहीं पुनः लिफ्ट फ्रीफाल होकर स्टिल्ट पर जा पहुंची। इसके बाद अचानक लिफ्ट का गेट खुला तो मां-बेटा वहां से आनन-फानन में निकल भागे। इसके बाद उन्होंने आकाश को फोन से पूरे मामले की जानकारी दी।

अब चला शिकायतबाजी का सिलसिला
आकाश ने रात में ही इस हादसे की शिकायत एस्टेट मैनेजर, वीपी एडमिन और लिफ्ट की मेंटेनेंस टीम को दी। आसपास के लोगों को इसकी भनक लगी तो वो आकाश के घर जा पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी ली। टावर में रहने वाले लोगों ने बताया कि अक्सर लिफ्ट खराब हो जाती है। इसका ठीक से रखरखाव भी नहीं होगा। जबकि वहां के लोगों से महंगा मेंटेनेंस चार्ज भी लिया जा रहा है। इस घटना से लोगों में रोश व्याप्त है।

पुलिस से भी करेंगे शिकायत
आकाश ने बताया कि इस हादसे की शिकायत पुलिस से भी की जाएगी। गनीमत रही कि पत्नी-बेटे के साथ कोई अनहोनी नहीं हुई। ऐसा हादसा किसी के साथ दोबारा न हो, इसलिए पुलिस से शिकायत की जाएगी। ताकि मामले की जांच हो और लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई हो सके। उनका कहना है कि मेंटेनेंस कंपनी का यही रवैया रहा तो किसी दिन कोई न कोई हादसे का शिकार हो जाएगा।

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