बुजुर्ग मां-बाप की सेवा नहीं की तो संपत्ति से होंगे बेदखल

सीएम योगी

लखनऊ। सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट में बुजुर्गों के लिए बेहतर प्रस्ताव पर मुहर लगी है। बुजुर्ग माता-पिता की सेवा न करने वाले उनके बच्चों को संपत्ति से बेदखल कर दिया जाएगा। इसके अलावा 19 और प्रस्ताव पारित हुए हैं। ये प्रस्ताव आम आदमी से लेकर नौकरीपेशा और व्यापारियों को काफी सहूलियत भरे हैं।

कैबिनेट में चिकित्सा विभाग की ओर से सरकारी डॉक्टरों के रिटायरमेंट की उम्र बढ़ाकर 65 साल करने का प्रस्ताव रखा गया था। इसे मंजूरी मिल गई है। अभी तक 62 साल की उम्र वाले डॉक्टर रिटायरमेंट किए जाते थे। हालांकि चिकित्सा शिक्षा संस्थानों में रिटायरमेंट की उम्र 65 साल ही है। साथ ही राज्य सड़क परिवहन निगम के 23 बस स्टैंड को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत एयरपोर्ट की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। नगरीय निकायों की मुख्य सड़कों को भी हाईवे और एक्सप्रेस-वे की तर्ज पर हाईटेक बनाई जाएंगी। निकायों की 10 से 45 मीटर के बीच की सड़कों के निर्माण या पुनर्निर्माण के लिए मुख्यमंत्री ग्रीन रोड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट योजना (अर्बन) (सीएम-ग्रिड्स) योजना को हरी झंडी मिल गई।

यहां भी मिलेंगी सुविधाएं
इन सड़कों में सभी प्रकार की अत्याधुनिक सुविधाएं यूटिलिटी डक्ट, फुटपाथ, हरित क्षेत्र, सौर आधारित स्ट्रीट लाइट, बस स्टाप, ईवी चार्जिंग स्टेशन आदि रहेंगे। सड़कों के आस-पास सौंदर्यीकरण पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। ताकि वहां से गुजरने वाले राहगीरों को अच्छा अनुभव हो सके। साथ ही गड्ढों के कारण वाहनों को होने वाली क्षति बचाने समेत वाहन चालकों का वक्त व ईंधन बर्बाद होने से बचाया जा सके।

ये रहे मौजूद
मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में दोनों डिप्टी सीएम सहित सभी कैबिनेट मंत्री शामिल हुए। इसके साथ ही ऊर्जा विभाग, औद्योगिक विकास विभाग, समाज कल्याण विभाग और नगर विकास विभाग के भी कई प्रस्ताव पर मंजूरी दी गई।

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